Edited By ,Updated: 27 Nov, 2015 03:21 PM
पथरी ऐसी समस्या है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही कष्टदायी है। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए सर्जरी करवाते हैं। परन्तु कुछ एेसे तरीके भी हैं,
पथरी ऐसी समस्या है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही कष्टदायी है। लोग इससे छुटकारा पाने के लिए सर्जरी करवाते हैं। परन्तु कुछ एेसे तरीके भी हैं, जिनका इस्तेमाल करके सर्जरी के बिना भी पथरी को आसानी से शरीर से निकाला जा सकता है। पत्थररचट्टा भी उन तरीकों में से एक है। आयुर्वेद में पत्थरचट्टे के पौधे को किडनी स्टोन और प्रोस्टेट ग्रंथि से जुड़े रोगों के इलाज में उपयोगी माना गया है। इसका प्रयोग किसी भी मौसम में किया जा सकता है। इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है।जिनको बार-बार पथरी होती रहती है, वे हर दूसरे दिन पत्थर चट्टा का आधा पत्ता सेवन कर सकते हैं।
पथरी के लिए फायदेमंद
पत्थरचट्टा के प्रयोग से पथरी आसानी से बाहर आ जाती है। महिलाओं में वाइट डिस्चार्ज, पेशाब में जलन व पुरुषों में प्रोस्टेट की समस्या में भी यह बहुत ही लाभकारी है। इसके सेवन से 10-15 एमएम तक की पथरी पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है।
पत्थरचट्ठा को इस्तेमाल करने के तरीके
1. पत्थरचट्ठा के 4-5 पत्तों को एक गिलास पानी में पीसकर सुबह-शाम जूस के रूप में लगभग 1-2 माह तक पिएं।
2. जूस के अलावा पत्तों को चबाकर व पकौड़े बनाकर भी खाया जा सकता है।
3. स्वस्थ व्यक्ति भी यदि इसके पत्तों का सेवन नियमित रूप से करे तो वह कई परेशानियों से बच सकता है।
अगर इस प्रयोग को आजमाने के बाद भी पथरी की समस्या दूर नहीं हो रही है तो चिकित्सक से संपर्क अवश्य करें।