Edited By ,Updated: 12 Feb, 2016 01:27 AM
भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में बैंकों से कहा, ‘‘बैंकों को 1 अप्रैल 2018 से अपना वित्तीय लेखा-जोखा इंडियन अकाऊंटिंग स्टैंडर्ड इंडएएस में देना होगा।
मुम्बई: भारतीय रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में बैंकों से कहा, ‘‘बैंकों को 1 अप्रैल 2018 से अपना वित्तीय लेखा-जोखा इंडियन अकाऊंटिंग स्टैंडर्ड, इंड ए एस में देना होगा।
इंड ए.एस. एकल तथा समग्र दोनों तरह के परिणामों के लिए लागू होगा।’’ बैंकों को हिदायत दी गई है कि वे 1 अप्रैल, 2018 से पहले के लेखा-जोखा के लिए इस प्रणाली का उपयोग न करें।
उल्लेखनीय है कि कम्पनीज (इंडियन अकाऊंटिंग स्टैंडर्ड) रूल्स, 2015 के तहत इस प्रणाली को नोटिफाई किया गया था। इस वर्ष 18 जनवरी को कम्पनी मामलों के मंत्रालय ने इस संबंध में 1 अप्रैल 2018 से इसे लागू करने की बात कही थी।