Edited By ,Updated: 13 Feb, 2016 01:41 PM
देश विरोधी नारेबाजी के मामले में जहां जेएनयू विवाद थमने का नाम ले रहा वहीं इस विवाद पर सारे देश में राजनीति गरमाई हुई है। इन्ही सब के बीच देश विरोधी नारेबाजी करने के गंभीर...
नई दिल्ली: देश विरोधी नारेबाजी के मामले में जहां जेएनयू विवाद थमने का नाम ले रहा वहीं इस विवाद पर सारे देश में राजनीति गरमाई हुई है। इन्ही सब के बीच देश विरोधी नारेबाजी करने के गंभीर आरोपियों की जो लिस्ट बनाई गई है उसमें लेफ्ट नेता डी राजा की बेटी का भी नाम शामिल है। इस पर बीजेपी ने कहा कि जेएनयू में कुछ लोग हाफिज सईद की भाषा बोल रहे हैं। पर हम किसी को भी हिंसा की परमिशन नहीं दे सकते।
वहीं इसी बीच भाजपा सांसद महेश गिरी ने आरोप लगाया है कि जो लोग देश विरोधी नारे लगा रहें थे उनमे लेफ्ट नेता डी राजा की बेटी भी शामिल थी। पर राजा ने सभी आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा है कि सभी अारोप बेबुनियाद है कोई मेरी बेटी की देश भक्ति पर सवाल नहीं उठा सकता।
एनडीए के पूर्व अफसरों ने डिग्री लौटाने की दी धमकी
जेएनयू विवाद के चलते 1978 बैच के एनडीए अफसरों ने यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर को एक लेटर लिखा है। जिसमें कहा गया है, उन्हें अब जेएनयू से जुड़ा होने में दिक्कत महसूस हो रही है, क्योंकि यह एंटी नेशनल एक्टिविटीज का अड्डा बन गया है। अगर ऐसी एक्टिविटीज की इजाजत दी जाती है, तो हम डिग्रियां वापस करने को मजबूर हो जाएंगे।
लगे थे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे
9 फरवरी को जेएनयू में संसद पर आतंकी हमले के दोषी अफजल गुरु और मकबूल भट को लेकर एक प्रोग्राम था। लेकिन विरोध हुआ और कुछ स्टूडेंट्स ने आतंकियों के फेवर में 'इंडिया गो बैक' के नारे लगाए थे। इसके बाद 10 फरवरी की रात दिल्ली प्रेस क्लब में प्रोग्राम के दौरान कुछ लोगों ने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे। जेएनयू के मामले में बीजेपी सांसद महेश गिरी और एबीवीपी ने वसंतकुंज थाने में केस दर्ज कराया। वहीं, प्रेस क्लब में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर दिल्ली पुलिस ने खुद केस दर्ज किया है।