Edited By ,Updated: 13 Feb, 2016 06:55 PM
मध्यप्रदेश में बेघर और दिव्यांग बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उनकी पिटाई करने का मामला सामने आया है।
भोपाल: मध्यप्रदेश में बेघर और दिव्यांग बच्चों के अश्लील वीडियो बनाने और उनकी पिटाई करने का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत बच्चों ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और डिसएबल्ड कमिश्नर से की है। जानकारी के मुताबिक, अफसरों को एसओएस बाल ग्राम में हो रहे इस घिनौने काम की वीडियो दी गई, जिस पर डिसएबल्ड कमिश्नर ऑफिस में 15 मार्च को सुनवाई होगी। जबकि बाल ग्राम इन्चार्ज ने बच्चों को झूठा बताया है।
बच्चों ने शिकायत में बताया कि 31 दिसंबर 2015 को बालग्राम में न्यू ईयर की पार्टी की गई, जिसमें मैनेजमेंट के लोगों ने शराब पीने के बाद बच्चों के कपड़े उतारकर वीडियो बनाए। जब कुछ बच्चों ने इसका विरोध किया तो उन्हें कपड़े उतरवाकर ठंड में खड़ा रखा गया और पीटा भी गया। बता दें कि इससे पहले 2015 में भी मूक बधिर बच्ची के साथ रेप के बाद बालग्राम इन्चार्ज द्वारा अबॉर्शन कराने का मामला सामने आया था, जिसके बाद आरोपी सत्येंद्र कुमार को बर्खास्त कर दिया गया था।
वहीं, 13 जनवरी 2015 को एसओएस बालग्राम में हैरेसमेंट से तंग आकर एक किशोरी ने हाथ की नस काट ली थी, जिसकी एफआईआर हुई लेकिन जांच आगे नहीं बढ़ी। 14 अगस्त 2015 को संस्था में रह रही नेशनल प्लेयर के साथ मारपीट की गई। गौरतलब है कि बालग्राम में इस समय 18 साल तक की उम्र के 100 दिव्यांग बच्चे रह रहे हैं। इनमें 45 लड़के और 55 लड़कियां हैं। जिन बच्चों ने शिकायत की है, उनमें देख नहीं पाने वाले, मूक-बधिर (डीफ-डंब) और मेंटली रिटार्टेड बच्चे शामिल हैं।