Edited By ,Updated: 04 May, 2016 01:32 PM
पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि यदि अमरीका सहमति के अनुरुप धन देने में नाकाम रहा तो यह अन्य देशों से एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदेगा...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने मंगलवार को कहा कि यदि अमरीका सहमति के अनुरुप धन देने में नाकाम रहा तो यह अन्य देशों से एफ-16 लड़ाकू विमान खरीदेगा । अमरीकी विदेश विभाग द्वारा देश के करदाताओं के धन से 70 करोड़ डॉलर के इस सौदे के लिए धन देने में अक्षमता जाहिर किए जाने की खबरों के बीच पाकिस्तान का यह बयान आया है । विदेश मामलों पर प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि कांग्रेस द्वारा अड़ंगा लगाने पर वह अन्य देशों का रूख करने को मजबूर हो सकता है ।
अजीज ने एक सेमिनार में कहा, ‘यदि अमरीका से कोष नहीं मिला तो पाकिस्तान किसी अन्य देश से एफ-16 विमान खरीदेगा ।’ गौरतलब है कि दोनों देश 70 करोड़ डॉलर के सौदे को लेकर सहमत हुए थे जिसके तहत पाकिस्तान को आठ एफ16- लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए अपने राष्ट्रीय कोष से 27 करोड़ डॉलर अदा करने थे जबकि अमरीका ने शेष राशि अपने विदेश सैन्य वित्त कोष से अदा करने की हामी भरी थी । लेकिन, कांग्रेस ने कोष को मंजूरी देने से इंकार कर दिया, जिससे सौदा अधर में लटक गया है क्योंकि वित्तीय तंगी का सामना कर रहा पाकिस्तान पूरा भुगतान करने में असमर्थ है । इससे पहले कांग्रेस की बैठक में अमरीकी सांसदों ने स्पष्ट कर दिया था कि वे लोग ओबामा प्रशासन को इस सौदे के लिए अमरीकी कोष का उपयोग करने की इजाजत नहीं देंगे ।
विदेश विभाग ने कल इस बात की पुष्टि की कि पाकिस्तान को यदि विमान चाहिए तो उसे अपने कोष से धन देना होगा । अजीज ने कहा है कि एफ 16 आतंकवाद से लड़ने के लिए एक प्रभावी औजार है और इसकी जगह जेएफ 17 थंडर लड़ाकू विमान ले सकता है जिसे स्थानीय स्तर पर निर्मित किया जाता है। उन्होंने भारत के बढ़ते सैन्य खर्च पर चिंता जताई और कहा कि यदि इसे नहीं रोका गया तो पाकिस्तान भी अपनी सामरिक शक्ति को बढ़ाने को मजबूर होगा ।