Edited By ,Updated: 27 May, 2016 07:12 PM
क्रूरता मानव जीवन में बहुत ही घिनौना अपराध है। चाहे फिर वह इंसान के साथ हाे या जनवराें के साथ।
नई दिल्लीः क्रूरता मानव जीवन में बहुत ही घिनौना अपराध है। चाहे फिर वह इंसान के साथ हाे या जनवराें के साथ। जानवरों के साथ क्रूरता इसलिए अधिक अमानवीय हो जाती है क्योंकि वो अपना दुःख व्यक्त करने में लाचार हाेते है। ये जानवर ताे प्यार मांगते है। जाे उनसे प्यार करता है, वे भी उस पर प्यार ही लुटाते है। लेकिन जाे लाेग इन बेजुबान जानवरों पर अत्याचार करते हैं, वो बेहद कठोर दिल के ही हाेंगे।
24 घंटे तक तड़पता रहा बेजुबान
इस बात का अंदाजा इन दिनाें साेशल मीडिया पर वायरल हाे रही इस तस्वीर से लगाया जा सकता है कि इस पिल्ले से न जाने किसकी दुश्मनी थी कि उसे तारकोल के ड्रम में ही डाल दिया। ये पिल्ला 24 घंटे तक ड्रम में पड़ा तड़पता रहा। जैसे-जैसे काले तारकोल का जहर उसे जकड़ता जा रहा था, पिल्ला चीखता जा रहा था।
बहुत दयनीय हालत में था
चश्मदीदों के मुताबिक, पिल्ले की हालत बहुत ही दर्दनाक थी। लाेगाें ने जानवरों के लिए काम करने वाली एनजीओ (H.O.M.E) के कर्मियों को बुलाया और अाजाद करवाया। पिल्ले को छुड़ाने के लिए कई लीटर कैरोसीन का तेल बहाया गया, दवा की गई, तब जाकर पिल्ला बच पाया। फिलहाल पिल्ला एनजीओ की देखरेख में पल रहा है।