Edited By ,Updated: 28 May, 2016 09:06 PM
दिल्ली सरकार के लाख दावों के बावजूद सीबीएसई दसवीं कक्षा के रिजल्ट में...
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार के लाख दावों के बावजूद सीबीएसई दसवीं कक्षा के रिजल्ट में सरकारी स्कूल निजी स्कूलों को छू नहीं पाए। सीबीएसई के जारी आंकड़ों के मुताबिक, निजी स्कूलों में 95.43 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए जबकि सरकारी स्कूलों और सरकार सहायता प्राप्त स्कूलों में क्रमश: 89.13 और 83.56 प्रतिशत सफलता दर रही। आपको याद तो होगा कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली सरकार शिक्षा का स्तर बढ़ाने के लिए प्रयासरत है।
उन्होंने यह भी कहा था कि सरकारी स्कूलों को निजी स्कूलों के स्तर तक ले जाया जाएगा क्योंकि स्तर बढ़ाने के बावजूद अभिभावक निजी स्कूलों को ही तवज्जो देते हैं न कि सरकारी स्कूलों को। अब इस रिजल्ट ने साफ जाहिर कर दिया दिल्ली में सरकारी स्कूलों में अभी भी शिक्षा का स्तर निजी स्कूलों तक नहीं पहुंच पाया। अब अगर सरकारी स्कूलों का रिजल्ट प्रतिशत निजी स्कूलों से आगे नहीं पहुंचा तो अभिभावक कैसे इनकी (सरकारी स्कूलों) की तरफ कैसे आकर्षित होंगे।
जवाहर नवोदय विद्यालयों में सफलता दर 100 प्रतिशत
शनिवार को घोषित परिणाम में जवाहर नवोदय विद्यालयों में सफलता की दर 100 प्रतिशत रही इसके बाद केवी में 99.52 प्रतिशत छात्र सफल रहे। शनिवार को सीबीएसई की दसवीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया गया। दिल्ली में निजी स्कूलों ने इस रिजल्ट में सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों को पीछे छोड़ दिया। हालांकि, केंद्रीय विद्यालयों और जवाहर नवोदय विद्यालयों ने परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन किया है।