Edited By ,Updated: 25 Jun, 2016 08:09 PM
प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने कहा है कि आज जिस तरह शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं पर भगवा ताकतें हमला कर रही हैं,
नई दिल्ली: प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने कहा है कि आज जिस तरह शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं पर भगवा ताकतें हमला कर रही हैं, उस से देश में एक बार फिर आपातकाल जैसी स्थितियां पैदा हो रही हैं। अपने गैर सरकारी संगठन सबरंग के कारण केंद्र सरकार के निशाने पर रही सीतलवाड़ ने आज यहां जनाधिकार संघर्ष समिति द्वारा आयोजित सम्मलेन को संबोधित करते हुए कहा कि देश में आज ही के दिन 25 जून को 1975 में आपातकाल लगा था, आज फिर वैसी परिस्थियां पैदा हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि आज चुप रहने का वक्त नहीं है, सभी जन संगठनों को आज एकजुट होकर जनता को लामबंद करने की जरूरत है। सीतलवाड़ ने कहा कि जो 2002 में गुजरात में हुआ उसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी चल रही है और उत्तर प्रदेश के चुनाव में इस की पूरी आशंका है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के दलितों और मुसलमानों के बीच सौहार्द बनाये रखने की जरूरत है क्योंकि हिन्दुत्वादी ताकतें वहां ध्रुवीकरण में लगी हैं। उन्होंने कहा कि अगर एक बार ये ताकतें उत्तरप्रदेश में विजयी हो गयीं तो आगे की लड़ाई और कठिन हो जायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भरोसा करने की बजाय हमें खुद यह लड़ाई लडऩी होगी।