Edited By ,Updated: 28 Sep, 2016 02:31 PM
डीएलएफ की किराया इकाई में 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीद की दौड़ में शामिल कंपनियों की संख्या शायद घटकर
मुंबईः डीएलएफ की किराया इकाई में 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीद की दौड़ में शामिल कंपनियों की संख्या शायद घटकर अब भारतीय रियल एस्टेट के 2 सबसे बड़े निवेशकों जीआईसी व ब्लैकस्टोन तक सीमित हो गई है।
सूत्रों का कहना है कि जीआईसी व ब्लैकस्टोन की बोली की रकम में महज 500 करोड़ रुपए का अंतर है और कैप रेट में 0.2 फीसदी का। कैप रेट रियल एस्टेट निवेश पर संभावित रिटर्न के बारे में बताता है। डीएलएफ की किराया इकाई डीएलएफ साइबर सिटी डेवलपर्स (डीसीसीडीएल) की कीमत अनुमानित तौर पर करीब 24,000 करोड़ रुपए आंकी गई है।
प्राइवेट इक्विटी फर्म के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'दोनों को बोली की रकम काफी करीब है और हम अभी जांच-परख कर रहे हैं। उनके मुताबिक, ब्लैकस्टोन ने जहां ज्यादा रकम की बोली लगाई है, वहीं जीआईसी इस हिस्सेदारी की खरीद में आगे निकल सकती है क्योंकि यह सॉवरिन फंड है और इसके पास अनंत पूंजी है। डीएलएफ का दोनों ही निवेशकों के साथ संबंध है। पिछले साल डीएलएफ ने जीआईसी के साथ एनसीआर की 2 रियल एस्टेट परियोजनाओं के लिए संयुक्त उद्यम स्थापित किया है, वहीं ब्लैकस्टोन विगत में मेरिल लिंच की एशिया संपत्ति का पोर्टफोलियो अधिग्रहीत कर चुकी है, जिसका संयुक्त उद्यम डीएलएफ के साथ था।