Edited By ,Updated: 24 Apr, 2017 10:56 AM
श्री राम जी के परम भक्त हनुमान जी आठ चिरंजीवियों में से एक हैं जो अनंत काल से हैं। वह अपने भक्तों के आस-पास ही रहते हैं और उनसे
श्री राम जी के परम भक्त हनुमान जी आठ चिरंजीवियों में से एक हैं जो अनंत काल से हैं। वह अपने भक्तों के आस-पास ही रहते हैं और उनसे खुश होकर उनकी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। ज्योतिष में विदेश यात्रा का संबंध आपकी जन्म कुंडली के 12वें घर से है। राहु विदेश यात्रा का कारक गृह माना जाता है। यदि आपकी कुंडली में 12वां घर सक्रिय है और राहु की स्थिती अनुकुल है तो आप विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। ग्रहों की स्थिती के अलावा कुछ ऐसे प्रयोग भी हैं जिससे करने से आपके पासर्पोट पर वीजा की स्टैम्प लगनी आसान हो जाएगी जानें क्या हैं वह उपाय
विदेश यात्रा के लिए कुछ सफल उपयोग
शुक्ल पक्ष के मंगलवार को एक छोटी शीशी में शहद भरकर यह मंत्र तीन बार पढ़कर किसी एकांत स्थान में भूमी में गड्डा खोदकर गाड़ दें। हनुमान जी का शाबर मंत्र अत्यंत ही सिद्ध मंत्र है। इसके प्रयोग से हनुमान जी तुरंत ही आपके मन की बात सुन लेते हैं। इसका प्रयोग तभी करें जबकि यह सुनिश्चित हो कि आप पवित्र व्यक्ति हैं। यह मंत्र आपके जीवन के सभी संकटों और कष्टों को तुरंत ही चमत्कारिक रूप से समाप्त करने की क्षमता रखता है।
शाबर मंत्र :-
ॐ नमो बजर का कोठा,
जिस पर पिंड हमारा पेठा।
ईश्वर कुंजी ब्रह्म का ताला,
हमारे आठो आमो का जती हनुमंत रखवाला।
सुंदरकाण्ड का पाठ किसी शुक्ल पक्ष के मंगलवार अथवा अन्य सिद्ध मंत्रों से सुबह स्नान आदि के बाद संकल्पपूर्वक निरंतर 108 दिन (बिना क्रम तोड़े) तक करना शुभ होगा। पाठारम्भ वाले मंगलवार से हर मंगलवार को श्री हनुमान चालीसा का भी पाठ करके श्री हनुमान मंदिर में मिष्ठान युक्त प्रसाद बच्चों में बांट देवें।
संक्रांति के दिन, सफेद तिल और थोड़ा गुड़ लेकर सूर्यास्त के समय एक मिट्टी के कुल्हड़ में डालकर उस कुल्हड़ को पीपल के एक स्वयं गिरे हुए पत्ते से ढक लें। फिर किसी आक के पौधे की जड़ में रख आएं। आते समय पीछे मुड़कर न देखें। घर में आकर स्नान जरूर कर लें। नहाने के पानी में थोड़ा सा शुद्ध केसर मिला लें।