Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 May, 2022 08:48 AM
वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैदिक पंचांगम के महूर्त प्रणाली में इंगित चार सर्वाधिक शुभ
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Akshaya Tritiya 2022: वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। वैदिक पंचांगम के महूर्त प्रणाली में इंगित चार सर्वाधिक शुभ दिनों में से यह एक मानी गई है। 'अक्षय' का अर्थ है 'जिसका कभी क्षय न हो' अर्थात जो कभी नष्ट न हो। धर्म की रक्षा हेतु भगवान विष्णु ने अनेक अवतार लिए हैं, जिसमें नर-नारायण, हयग्रीव और परशुराम के तीन पवित्र अवतार अक्षय तृतीया को उदय हुए थे। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार इस दिन को 'सर्वसिद्धि मुहूर्त' भी कहा गया है, क्योंकि इस दिन शुभ काम के लिये पंचांग देखने की ज़रूरत नहीं होती। शास्त्रनुसार इसी दिन से सतयुग, किंतु कल्पभेद से त्रेतायुग की शुरुआत होने से इसे युगादि तिथि भी कहा जाता है। इस रोज किया गया भजन-कीर्तन अक्षय गुणा पुण्य देता है।
Akshaya Tritiya Daan: वैशाख मास में सूर्य के तेज से प्रत्येक जीवधारी क्षुधा पिपासा से व्याकुल हो उठता है। अतः इस तिथि में शीतल जल, कलश, चावल, चना, दूध, दही व पेय पदार्थों का दान अक्षय व अमिट पुण्यकारी माना गया है। इस दिन गंगा-जमुनादि तीर्थों में स्नान तथा शिव-पार्वती व नर नारायण की पूजा का विधान है।
Akshaya tritiya 2022 may: यह अबूझ मुहूर्त सगाई एवं विवाह के लिए सर्वोत्तम है। मान्यता है कि इस दिन सोने की खरीद से घर में सोने सी चमक आ जाती है। इस दिन किया गया कार्य स्थायी रहता है। इसके अतिरिक्त दीर्घकालीन निवेश जैसे प्लाट, फ्लैट, स्थायी प्रापर्टी, बीमा पालिसी, शेयर, म्यूचुअल फंड, आभूषण, सोना, चांदी, वाहन क्रय, नौकरी के लिए आवेदन, नया व्यवसाय आरंभ, मकान की नींव आदि, भवन क्रय के लिए एग्रीमैंट, विदेश यात्रा, नया व्यापार आरंभ आदि के लिए चिरंजीवी दिन है। शुक्र ग्रह, सुख-सुविधा एवं ऐश्वर्य का प्रतीक है।
Akshaya Tritiya Shopping: इस दिन गृहोपयोगी सामान भी खरीदा जा सकता है। विलासिता, श्रृंगार, भवन के नवीनीकरण से संबंधित वस्तुएं घर में लाना शुभ माना गया है। इस दिन घर-घर बरसेगा धन, जो खरीदेंगे वो अक्षय हो जाएगा। वाहन का क्रय बिना कोई मुहूर्त देखे अक्षय तृतीया पर किया जा सकता है।