Edited By ,Updated: 26 Apr, 2017 01:17 PM
चीन ने 70 हजार टन वजनी अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (विमानवाहक पोत) बुधवार को लॉन्च कर दिया...
बीजिंगः चीन ने 70 हजार टन वजनी अपना पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर (विमानवाहक पोत) बुधवार को लॉन्च कर दिया। सरकारी मीडिया के मुताबिक पूरी तरह देश में डिजाइन इस एयरक्राफ्ट कैरियर को डालियान के उत्तर-पूर्व बंदरगाह पर बनाया गया है। बता दें कि चीन ने कुछ दिनों पहले ही भारत को नसीहत दी थी कि वह एयरक्राफ्ट कैरियर बनाना छोड़कर अपनी अर्थव्यवस्था के विकास पर ध्यान दे।
न्यूज एजैंसी के मुताबिक चीन ने एयरक्राफ्ट कैरियर टाइप 001A बनाए जाने का एेलान किया है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि बीजिंग ने यह कामयाबी तब हासिल की है, जब नॉर्थ कोरिया और साउथ चाइना सी में चीन के मवूमेंट को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि चीन ने 23 अप्रैल को ही अपनी नौसेना की स्थापना की 68वीं सालगिरह मनाई है। मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस एयरक्राफ्ट कैरियर के 2020 तक सर्विस शुरू करने की उम्मीद नहीं है। चीन ने यह एयरक्राफ्ट कैरियर नवंबर 2013 में बनाना शुरू किया था।
चीन का टाइप 001A एक नई श्रेणी का कैरियर है। बीजिंग का पहला एयरक्राफ्ट कैरियर लियोनिंग सेकंड हैंड सोवियत बिल्ट शिप था, जिसे 25 साल पहले बनाया गया था। बड़ी मुरम्मत के बाद लियोनिंग 2012 में कमीशंड हुआ था। चीन के सरकारी मीडिया ने 24 अप्रैल को भारत को नसीहत दी थी। कहा था, "भारत को हिंद महासागर में चीन को रोकने के लिए एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने की प्रॉसेस तेज करने के बजाए अपने आर्थिक विकास पर पर ध्यान देना चाहिए।" ग्लोबल टाइम्स ने अपने आर्टिकल में कहा था, "एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने के लिए भारत कुछ ज्यादा ही बेसब्र हो रहा है। यह देश अभी इंडस्ट्रियलाइजेशन (औद्योगीकरण) के शुरुआती चरण में है और ऐसे में एयरक्राफ्ट कैरियर बनाने के रास्ते में कई तकनीकी रुकावटें आएंगी।"