Edited By ,Updated: 26 Apr, 2017 08:00 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर अनुसूचित जाति के किसी चेहरे को शामिल कर सकते हैं। नगर निगम...
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर अनुसूचित जाति के किसी चेहरे को शामिल कर सकते हैं। नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) के लचर प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रिमंडल विस्तार की सुगबुगाहट तेज हुई है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस कवायद में मंत्रियों के मौजूदा विभागों में फेरबदल भी संभव है। इसके तहत स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन को परिवहन विभाग की जिम्मेदारी से मुक्त किया जा सकता है।
जैन से पहले परिवहन विभाग गोपाल राय के पास था। जैन के पास परिवहन के अलावा ऊर्जा, स्वास्थ्य और लोक निर्माण विभाग जैसे अहम विभाग भी हैं। केजरीवाल सरकार अपनी सबसे अहम मोहल्ला क्लीनिक परियोजना और बिजली की सब्सिडी जैसी अहम योजनाओं को इन्हीं विभागों के मातहत लागू कर रही है। पार्टी के एक नेता ने बताया कि जैन परिवहन के क्षेत्र में एेसा कोई उल्लेखनीय काम नहीं कर पाए हैं जिसकी उपलब्धि को चुनाव में भुनाया जा सकता।
इस बीच सूत्रों ने मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति के किसी चेहरे को शामिल करने की संभावना से भी इंकार नहीं किया। नए मंत्री की रेस में सीमापुरी से आप विधायक राजेन्द्र पाल गौतम आगे बताए गए हैं। गौतम पार्टी की विधिक शाखा के भी प्रमुख हैं। केजरीवाल ने मंत्रिमंडल में अनुसूचित जाति के कोटे से संदीप कुमार को मंत्री बनाया था। लेकिन पिछले साल कुमार का एक अश्लील वीडियो सामने आने के बाद केजरीवाल ने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया था।
अनुसूचित जाति के ही विधायक को मंत्री बनाए जाने के सवाल पर पार्टी के एक नेता ने कहा कि ‘‘हमने यह महसूस किया है निगम चुनाव में अनुसूचित जाति के मतदाताओं ने आप को 2015 के विधानसभा चुनाव कह तरह वोट नहीं दिया। इसकी भरपाई के लिए यह पहल की गई है।