Edited By ,Updated: 27 Apr, 2017 12:28 AM
हुर्रियत कांफ्रेंस (जी) के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी को अभी भी कोई राहत नहीं मिली है और अब भी नजरबंद हैं जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज मौलवी उमर फारुक पर से 50 दिनों के बाद प्रतिबंध हटा दिया गया है।
श्रीनगर : हुर्रियत कांफ्रेंस (जी) के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी को अभी भी कोई राहत नहीं मिली है और अब भी नजरबंद हैं जबकि हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज मौलवी उमर फारुक पर से 50 दिनों के बाद प्रतिबंध हटा दिया गया है। हालांकि पथराव करने समेत हिंसक घटनाओं में शामिल 100 से अधिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है जिनमें कुछ पर सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत मामला दर्ज है, पर अधिकांश वरिष्ठ अलगावादी नेताओं पर कोई पाबंदी नहीं लगाया गया है।
हुर्रियत प्रवक्ता अयाज अबकर ने कहा गिलानी के आवास हैदरपोरा में स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है और वह पिछले साल मई में दिल्ली से वापस आने के बाद अभी तक घर पर नजरबंद हैं। हालांकि सर्दियों में वह कश्मीर में रहे। उन्होंने कहा कि 100 से अधिक लोगों को राज्य में अलग-अलग जेलों और पुलिस स्टेशनों में रखा गया है।
हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के प्रवक्ता शाहिदुल इस्लाम ने यूनीवार्ता को बताया कि मीरवाइज पर से 51 दिनों के बाद प्रतिबंध हटा लिया गया। मीरवाइज के निवास स्थान नीगीन के बाहर तैनात सुरक्षा बलों के जवानों और पुलिसकर्मियों को वहां से वापस बुला लिया गया है।