Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 01:41 PM
ईवीएम की विश्वसनीयता पर उठे सवालों पर चुनाव आयोग ने सभी दलों को मशीन को गलत ठहराने के लिए चुनौती दी थी।
नई दिल्ली: ईवीएम की विश्वसनीयता पर उठे सवालों पर चुनाव आयोग ने सभी दलों को मशीन को गलत ठहराने के लिए चुनौती दी थी। चुनाव आयोग की ओर से एक्सपर्ट के नामांकन की आज आखिरी तारीख है और अब तक किसी पार्टी की ओर से कोई नामांकन नहीं हुआ है। चुनाव आयोग के प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि अब तक किसी पार्टी ने किसी जानकार को ईवीएम चुनौती स्वीकार करने के लिए नामित नहीं किया है। बीती 20 तारीख को आयोग ने घोषणा की थी कि 3 जून से ईवीएम चैलेंज हो रहा है, जिसके लिए 26 मई तक पार्टियां जानकारों को नामित कर सकती हैं।
'मदर बोर्ड बदलने की मांगी थी इजाजत'
इस बीच चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी की उस मांग को नकारा दिया है, जिसमें पार्टी ने ईवीएम से टैम्परिंग साबित करने के लिए मदर बोर्ड बदलने की इजाजत मांगी थी। आयोग ने अपने जवाब में कहा है कि मदरबोर्ड बदलना नई मशीन बनाने जैसा है, जिसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। गौरतलब है कि विधानसभा चुनावों के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती और आम आदमी पार्टी के संयाेजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करते हुए बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा में ईवीएम से छेड़छाड़ का लाइव डेमो भी दिखाया था।