Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jun, 2017 10:59 AM
अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हैकिंग को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में एक अमरीकी अधिकारी ने कांग्रेस के समक्ष एक नया खुलासा किया है कि साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव...
वॉशिंगटन: अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हैकिंग को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में एक अमरीकी अधिकारी ने कांग्रेस के समक्ष एक नया खुलासा किया है कि साल 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हैकरों ने 21 इलेक्शन सिस्टम्स को निशाना बनाया था। लेकिन ट्रंप के साल 2005 के सेक्सुअल वीडियो को वायरल कर दिया गया। इस वीडियो का मकसद अमरीकी जनता का ध्यान रूसी हैकिंग से भटकाना था और रूस इसमें कामयाब रहा।
हिलेरी को हराने के लिए हैकिंग को दिया अंजाम
होमलैंड सिक्युरिटी डिपार्टमेंट का नेतृत्व करने वाले जेह जॉनसन का कहना है कि उनके विभाग ने वोटर रजिस्ट्रेशन डाटा हैक होने के बारे में चेताया था, लेकिन यूएस हाऊस इंटेलिजेंस कमेटी ने इस ओर कतई ध्यान नहीं दिया। अमरीकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि रूस ने डैमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन को हराने के लिए इस हैकिंग को अंजाम दिया।
रूस ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 21 इलेक्शन सिस्टम्स को बनाया निशाना
होमलैंड सिक्युरिटी डिपार्टमेंट की कार्यवाहक साइबर सिक्युरिटी डिप्टी अंडरसेक्रेटरी जीनेट मैनफ्रा ने पहली बार सार्वजनिक रूप से यह खुलासा किया है कि रूस ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान 21 इलेक्शन सिस्टम्स को निशाना बनाया। हालांकि उन्होंने यह भी जोर दिया कि इससे किसी भी वोट को इधर से उधर किए जाने के कोई सबूत नहीं हैं। वर्तमान में यूएस हाऊस इंटेलिजेंस कमेटी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी हैकिंग की जांच कर रही है।
कोमी को भी ट्रंप ने पद से हटाया
अमरीकी राष्ट्रपति पद संभालने के बाद से रूसी हैकिंग का मामला ट्रंप के लिए मुसीबत बन गया। इसी के चक्कर में अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप को अपने एक एनएसए को भी पद से हटाना पड़ा।इसके अलावा एफबीआई प्रमुख रहे जेम्स कोमी को भी ट्रंप ने उनके पद से हटा दिया।वह रूसी हैकिंग मामले की जांच कर रहे थे।