Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2017 12:54 PM
रिजर्व बैंक ने निगरानी समिति में 3 और सदस्यों को नियुक्त कर उसका विस्तार किया है
मुम्बई: रिजर्व बैंक ने निगरानी समिति में 3 और सदस्यों को नियुक्त कर उसका विस्तार किया है। यह उच्च स्तरीय समिति फंसे कर्ज की समस्या के समाधान के लिए प्रक्रिया पर नजर रखेगी। रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि पूर्व मुख्य सतर्कता आयुक्त प्रदीप कुमार 5 सदस्यीय समिति की अध्यक्षता करेंगे। समिति विभिन्न पीठों के जरिए काम करेगी। पिछले महीने बैंकिंग नियमन (संशोधन) अध्यादेश, 2017 जारी होने के बाद समिति का विस्तार किया गया है। अध्यादेश में निगरानी समिति की जिम्मेदारी बढ़ाने के साथ पुनर्गठन को रेखांकित किया गया है।
बयान के मुताबिक निगरानी समिति में चेयरमैन समेत 5 सदस्य होंगे और यह जरूरत के हिसाब से विभिन्न पीठों के जरिए काम करेगी। कुमार के अलावा समिति के अन्य सदस्य एस.बी.आई. के पूर्व चेयरमैन जानकी वल्लभ, केनरा बैंक के चेयरमैन तथा प्रबंध निदेशक एम.बी.एन. राव, एल. एंड टी. फाइनांस के पूर्व चेयरमैन तथा प्रबंध निदेशक वाई.एम. देवस्थाली एवं सेबी सदस्य एस. रमण हैं।