Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 02:29 PM
आईसीसी महिला विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में छह बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की हीरो रहीं भारतीय...
डर्बीः आईसीसी महिला विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में छह बार की चैंपियन आस्ट्रेलिया के खिलाफ जीत की हीरो रहीं भारतीय बल्लेबाज हरमनप्रीत कौर ने कहा है कि वह इस मौके को भुनाकर खुद को साबित करना चाहती थी। प्लेयर ऑफ द मैच बनीं 28 वर्षीय हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा कि पूरे टूर्नामेंट में मुझे ठीक से बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला। लेकिन जब इस मैच में मेरे पास मौका आया तो मैं इसका पूरा फायदा उठाना चाहती थी और खुद को साबित करना चाहती थी।
स्ट्राइक रोटेट करते हुए करना चाहती थी बड़ा स्कोर
उन्होंने कहा कि मैं भगवान का धन्यवाद करना चाहती हूं कि मैंने जैसा सोचा वैसा ही हो पाया। मिताली राज और वेदा कृष्णामूर्ति ने भी बहुत ही अच्छी पारियां खेलीं और दीप्ति ने भी मुझे सहयोग किया। वीरेंद्र सहवाग को आदर्श मानने वाली हरमनप्रीत ने कहा कि मेरी योजना इस मैच में काफी सामान्य थी कि गेंद को देखो और उसे हिट करो। मैं जानती हूं कि आस्ट्रेलियाई गेंदबाज अच्छी दिशाओं में गेंदबाजी कर रही थीं लेकिन मैं केवल स्ट्राइक रोटेट करते हुये बड़ा स्कोर करना चाहती थी।
गुस्से वाली घटना पर मांगी माफी
मैच के दौरान दीप्ति शर्मा पर गुस्से होने वाली घटना के लिए हरमनप्रीत ने माफी मांगी। उन्होंने मैं अपना विकेट नहीं गंवाना चाहती थी। मैं यह भी नहीं चाहती थी कि वह अपना विकेट खो दें। लेकिन हम जीतकर बहुत खुश हैं। बता दें कि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरी हरमनप्रीत ने 115 गेंदों में 20 चौके और सात छक्के लगाकर नाबाद 171 रन की अविश्वसनीय पारी खेलते हुये भारत को 42 ओवर के मैच में 281 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया था। इस मैच में गेंदबाजों ने भी जबरदस्त खेल दिखाते हुये आस्ट्रेलिया को 245 पर ढेर कर फाइनल में जगह बना ली जहां वह खिताब के लिये इंग्लैंड से भिड़ेगी।