Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jul, 2017 02:25 PM
महिला विश्व कप सेमीफाइनल में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ तेज शतकीय पारी खेलने हरमनप्रीत काैर क्रिकेट जगत से बाहवाही लूट रही हैं।
नई दिल्लीः महिला विश्व कप सेमीफाइनल में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ तेज शतकीय पारी खेलने हरमनप्रीत काैर क्रिकेट जगत से बाहवाही लूट रही हैं। उन्होंने करो या मरो की स्थित में नाबाद 171 रनों की पारी खेली, जिसकी बदाैलत भारत ने आॅस्ट्रेलिया को 36 रन से हराकर फाइनल का टिकट कटवावा। वह नाॅक आउट मुकाबले में इतनी लंबी पारी खेलने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर बनीं। हरमनप्रीत की बल्लेबाज शैली भारत के पूर्व बल्लेबाज सहवाग की याद दिलाती है। कौर गेंद पर सहवाग की भांति तेज प्रहार करना पसंद करती है। आइए अब जानते हैं हरमनप्रीत से जुड़ी कुछ खास बातें जो शायद आप नहीं जानते-
1. पंजाब के मोगा में जन्मी हरमनप्रीत के क्रिकेट करिय को बनाने में मोगा प्रीमियर क्रिकेट एकाडेमी के मालिक कमलदिस सिंह ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने शुरूआती समय में ही हरमनप्रीत की वित्तीय मामलों में मदद की थी।
2. क्रिकेट के साथ-साथ हरमनप्रीत फुटबाॅल खेलने में भी रुचि रखती हैं। वे इस खेल की बड़ी भक्त हैं।
3. हरमनप्रीत कौर ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में सिडनी थंडर्स की ओर से खेलती हैं। वह इस प्रतियोगिता में खेलने वाली पहली और अकेली भारतीय क्रिकेटर हैं।
4 . वह इंग्लैंड में ईसीबी लीग में खेलने वाली पहली भारतीय हैं। उनका करार सरे स्टार्स टीम से हुआ है।
5. हरमनप्रीत भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे को अपना आदर्श मानती हैं। का सबसे पसंदीदा खिलाड़ी भारतीय टीम के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे हैं। वे उनके सबसे पसंदीदा खिलाड़ी हैं।
6. वह भारत की दूसरी ऐसी महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने वनडे मैच में लंबी परी खेली हो।
7. हरमनप्रीत टीम के लिए कप्तानी भी कर चुकी हैं। उन्होंने 2013 में कुछ समय के लिए टीम की कमान संभाली थी।
8. हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच जिताउ पारी खेलने के बाद वीरेंद्र सहवाग ने उनको मुबारकबाद दी थी। उन्होंने कहा था कि आप महिला क्रिकेट के लिए आदर्श हैं और निश्चित ही भविष्य के खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणा बनेंगी।
9. उन्होंने भारत की तरफ से अब तक 77 वनडे मैच खेले हैं, जिस दाैरान उन्होंने 9 अर्धशतक आैर 3 शतक की बदाैलत 1974 रन बनाए।
10. हरमनप्रीत को इस साल होबार्ट हरिकेन के खिलाफ खेलते समय खेल के सामान को नुकसान पहुंचाने के कारण दोषी पाया गया था।