Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 04:05 PM
महराष्ट्र के कुमार दंपती की माता-पिता बनने की खुशी उस समय चिंता में बदल गई, जब उन्हें पता चला
ठाणेः महराष्ट्र के कुमार दंपती की माता-पिता बनने की खुशी उस समय चिंता में बदल गई, जब उन्हें पता चला कि उनके बच्चे के हाथ और पैर की उंगलियां नहीं है। उनकी अांखाें से आंसू बहने लगे। वह बार-बार यह पूछकर रो पड़ते हैं कि उनका बच्चा कैसे खाएगा, कैसे पेन पकड़ेगा और कैसे कम्प्यूटर चलाएगा। डॉक्टर बच्चे की सभी उंगलियाें के न होने काे रेयर केस बता रहे हैं। जबकि पेशे से सॉफ्टवेयर इंजिनियर जितेंद्र कुमार का कहना हैं कि प्रेग्नेंसी के समय हुए 6 में से एक स्कैन में भी इस डिसेबिलिटी का पता कैसे नहीं चला?
क्या होगा जब हम नहीं हाेंगे?
कुमार ने कहा कि 12 जुलाई को ठाणे नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ ने पत्नी की सिज़ेरियन डिलीवरी के लिए उन्हें बुलाया, तब इस बात का पता चला। वह कहते हैं कि अगर उन्हें पहले पता होता तो क्या वह ऐसे बच्चे जिसकी बहुत खास जरूरते हैं, को धरती पर लाता, वह भी तब जब मेरी आधी उम्र निकल चुकी है। तब क्या होगा जब मैं उसकी मदद के लिए नहीं बचूंगा? कपल ने जब इंटरनेट पर इस बारे में सर्च किया, ताे उन्हें पता चला कि इस तरह की डिसेबिलिटी का पता पांचवे महीने में चल जाता है। दंपती ने कहा कि फिलहाल हमें बच्चे का ख्याल रखने की बहुत जरूरत है। कानूनी लड़ाई में तो दशक लग जाएंगे।