Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Aug, 2017 05:17 PM
ब्रिटेन की प्रमुख ब्रोकरेज फर्म एच.एस.बी.सी. का कहना है कि मुद्रास्फीति में अपेक्षा के...
नई दिल्लीः ब्रिटेन की प्रमुख ब्रोकरेज फर्म एच.एस.बी.सी. का कहना है कि मुद्रास्फीति में अपेक्षा के अनुरूप बढौतरी हुई है तथा भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दरों में फिर कटौती से पहले ‘लंबा ठहराव’ लेगा। फर्म ने एक बयान में कहा है, हमारा मानना है कि रिजर्व बैंक यहां से अब एक ‘लंबा ठहराव’ लेगा और अगर वर्षांत तक खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत के लक्ष्य से कम रहती है तो इसमें 0.25 प्रतिशत की कटौती की जा सकती है।
उल्लेखनीय है कि मुख्य उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति सी.पी.आई. जुलाई महीने में लगभग दोगुनी होकर 2.36 प्रतिशत हो गई जो कि एक महीना पहले 1.54 प्रतिशत थी। थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति भी बढ़कर 1.54 प्रतिशत हो गई है। एच.एस.बी.सी. का कहना है कि सब्जियों के महंगा होने के कारण मुद्रास्फीति में तेजी आई है।