Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Aug, 2017 04:48 PM
अमरीका से 10 करोड़ डॉलर मूल्य के कच्चे तेल की पहली खेप अगले महीने भारत पहुंचेगी।
वाशिंगटनः अमरीका से 10 करोड़ डॉलर मूल्य के कच्चे तेल की पहली खेप अगले महीने भारत पहुंचेगी। इसके साथ ही यह दोनों देशों के बीच रिश्तों को एक नया आयाम देने वाली शुरुआत है। पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा अमरीका से तेल के निर्यात पर 40 साल पुराना प्रतिबंध हटाए जाने के करीब दो साल बाद कच्चा तेल भारत भेजा गया है।
भारत बना तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड्र ट्रंप ने 26 जून को हुई पहली बैठक में ऊर्जा क्षेत्र में संबंधों को मजबूत बनाने पर सहमति जताई थी। इसके तुरंत बाद भारतीय कंपनियों ने अमरीका से कच्चे तेल की खरीद के अनुबंध करने शुरू किए। इंडियन आयल कारपारेशन तथा भारत पैट्रोलियम ने वहां 40 लाख बैरल से अधिक के आर्डर दिए है और इसके साथ भारत तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश बन गया है। दक्षिण कोरिया, जापान तथा चीन जैसे ऐशिया के कुछ अन्य देश भी वहां से तेल मंगाते हैं। भारतीय दूतावास ने वाशिंगटन में टविटर के जरिए कल कहा, ‘‘नई सफलता। अमरीका से भारत को तेल का निर्यात शुरू हो गया है।’’ इससे पहले अमरीका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ने तेल की पहली खेप भेजे जाने से संबद्ध दस्तावेज टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट को सौंपा।
सितंबर में ओडि़शा पहुंचने की उम्मीद
पहली खेप में 10 करोड़ डॉलर मूल्य के 20 लाख बैरल तेल भेजे जाएंगे। हालांकि भारतीय कंपनियां जितनी मात्रा में तेल आयात करने पर विचार कर रही हैं, उससे द्विपक्षीय तेल व्यापार दो अरब डॉलर का होने का अनुमान है। भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘भारत-अमरीका संबंधों को नया आयाम मिला।’’ अमरीका से कच्चे तेल की खेप 6 से 14 अगस्त के बीच रवाना हुई और सितंबर के अंतिम सप्ताह में इसके पारादीप (ओडि़शा) पहुंचने की उम्मीद है। ट्रंप ने भारतीय स्वतंत्रा दिवस की पूर्व संध्या पर मोदी को फोन कर इसका स्वागत किया।