Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 09:49 PM
दुनिया में 85 करोड़ 30 लाख लोग भुखमरी का शिकार हैं। संयुक्त राष्ट्र की ओर से 2030 तक के लिए तय सतत....
जेनेवा: दुनिया में 85 करोड़ 30 लाख लोग भुखमरी का शिकार हैं। संयुक्त राष्ट्र की ओर से 2030 तक के लिए तय सतत विकास लक्ष्य के तहत पहली बार वैश्विक स्तर पर खाद्य सुरक्षा और पोषण पर रोम में जारी की गई रिपोर्ट में यह खुलासा किया गया है। इसमें कहा गया है कि गत वर्ष भूखे लोगों की संख्या दुनिया में जहां 81 करोड़ 50 लाख थी वहीं इस साल इसमें 3 करोड़ 80 लाख का इजाफा हुआ।
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन, अंतर्राष्ट्रीय कृषि विकास कोष, बाल विकास कोष, विश्व खाद्य कार्यक्रम और विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से मिलकर तैयार की गई है। खाद्य एवं कृषि संगठन की वरिष्ठ अर्थशास्त्री सिंडी होलमैन ने रिपोर्ट पर कहा, ‘‘भुखमरी विकराल रूप ले रही वैश्विक समस्या है। इससे लोगों का स्वास्थ्य और जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। यह बड़ा संकट है। इससे मिलकर निपटना होगा।’’
इन देशों में भुखमरी सबसे ज्यादा
दुनिया में भुखमरी और कुपोषण से ग्रस्त बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा हिंसाग्रस्त क्षेत्रों में है। दक्षिणी सूडान इसका ज्वलंत उदाहरण है। इस साल के शुरू में यहां अकाल पड़ा था। युद्ध ग्रस्त नाइजीरिया, सोमालिया और यमन में भी कुछ ऐसे ही हालात हैं।
भारत में हैं सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे
भारत में यूनीसेफ की प्रतिनिधि यास्मिन अली हक ने यहां ‘वर्ष 2022 तक कुपोषण मुक्त भारत’ अभियान सम्मेलन में कहा कि 5 वर्ष की आयु तक के सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे भारत में हैं। हक ने कहा कि यह और भी ङ्क्षचता की बात है कि भारत में कुपोषित बच्चों की ज्यादा संख्या भोजन की कमी के कारण नहीं बल्कि सदियों से चले आ रहे रीति-रिवाजों के कारण है।
खतरे की घंटी
संयुक्त राष्ट्र की 5 प्रमुख एजैंसियों के अध्यक्षों ने रिपोर्ट की संयुक्त प्रस्तावना में लिखा है कि यह खतरे की घंटी है जिसे हम अनसुना नहीं कर सकते। जब तक हम मिलकर खाद्य सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले कारणों को खत्म करने का प्रयास नहीं करेंगे तब तक 2030 तक दुनिया से कुपोषण खत्म करने का लक्ष्य हासिल नहीं हो पाएगा।