मानव ढाल मामले की जांच में खुलासा: ढाल बनाए जाने से पहले फारूक डार ने डाला था वोट

Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 07:06 PM

farooq dar casted vote before his use as human shield

पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि आर्मी के द्वारा ढाल के रूप में इस्तेमाल किए जाने ले पहेल फारूक डार वोट डालकर आया था।

श्रीनगर : पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि आर्मी के द्वारा ढाल के रूप में इस्तेमाल किए जाने ले पहेल फारूक डार वोट डालकर आया था।
जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि फारूक डार ने अपने गांव के करीबी पोलिंग बूथ पर जाकर मतदान किया था। मतदान करने के बाद फारूक हिलाल अहमद मैगेरी के साथ गमपोरा में शोक मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए गया। बता दें कि इसी साल अप्रैल महीने में श्रीनगर संसदीय सीट के लिए हुए उपचुनाव के दौरान यह घटना सामने आई थी। यह रिपोर्ट पिछले महीने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुडग़ाम के द्वारा जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एस.पी. वैद को सौंपी गई थी।


गौरतलब है कि यह रिपोर्ट उस समय सामने आई है जब जम्मू-कश्मीर सरकार राज्य मानवाधिकार आयोग के द्वारा डार को 10 लाख रूपए मुआवजा दिए जाने के सुझाव पर विचार कर रही है। मानवाधिकार संस्थाओं का कहना है कि फारूक डार के साथ आर्मी ने जो किया उसे किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार नहीं किया जा सकता है। नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करना राज्य सरकार की मूलभूत जिम्मेदारी है।

उल्लेखनीय है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में दिखाई दे रहा था कि एक युवक को सेना के मेजर ने जीप पर बांध रखा है ताकि पत्थरबाज सेना की गाड़ी पर पत्थर न मार सकें। मेजर गोगोई द्वारा उठाए गए इस कदम पर देश में काफी बवाल मचा था। जहां कुछ लोगों ने इसे मनवाधिकारों का उल्लंघन कहते हुए मेजर गोगोई के खिलाफ  कार्रवाई की मांग की थी तो वहीं कुछ लोगों ने ये भी कहा कि मेजर ने कश्मीर के पत्थरबाजों से निपटने के लिए शानदार रास्ता निकाला है। भारतीय सेना ने तो इस काम को अंजाम देने वाले मेजर गोगोई को सम्मानित भी किया था।

 

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!