Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 11:30 AM
पाकिस्तान का आर्थिक घाटा इतना बढ़ गया है कि इस्लामाबाद को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद लेनी पड़ ....
वाशिंगटनः पाकिस्तान का आर्थिक घाटा इतना बढ़ गया है कि इस्लामाबाद को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की मदद लेनी पड़ सकती है। इस बीच विश्व बैंक ने बताया है कि पाकिस्तान को 2018 में चालू खाते के घाटे को पूरा करने और कर्ज भुगतान के लिए 17 अरब डॉलर की जरूरत होगी। विश्व बैंक ने कहा है कि वह पाकिस्तान को व्यापक आर्थिक सुधारों को लागू करने में मदद करता रहेगा।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष तथा विश्व बैंक की सालाना बैठक के मौके पर पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल के साथ अलग से बैठक के बाद विश्व बैंक ने कहा कि पाकिस्तान को राजकोषीय घाटे के संकट का सामना करना पड़ रहा है जिससे वृहद आर्थिक प्रबंधन जोखिम में है। इससे पाकिस्तान को वित्त वर्ष 2018 में सकल घरेलू उत्पाद के 5-6 प्रतिशत या करीब 17 अरब डॉलर के विदेशी वित्तपोषण की जरुरत है। इससे वह चालू खाते के घाटे की भरपाई कर सकेगा और कर्ज का भुगतान कर सकेगा। पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल में वित्त विभाग के सचिव शाहिद महमूद, स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान के गवर्नर तारिक बाजवा तथा आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव आरिफ अहमद खान मौजूद थे।