Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 05:09 PM
धनतेरस के मौके पर सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि सोना और चांदी खरीदने से घर में लक्ष्मी जी आती हैं। परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, घर में खुशियों के साथ-साथ बरकत आती है। यही वजह है कि भारत में लोग धनतेरस के मौके पर चांदी...
नई दिल्लीः धनतेरस के मौके पर सोना और चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि सोना और चांदी खरीदने से घर में लक्ष्मी जी आती हैं। परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, घर में खुशियों के साथ-साथ बरकत आती है। यही वजह है कि भारत में लोग धनतेरस के मौके पर चांदी के सिक्के खरीदते हैं, पर आज कल इसमें भी लोग हेरा फेरी करने लग गए है। हम आपकों बताने जा रहे है कि किस तरह आप असली और नकली सिक्कों में पहचान कर सरके है । सिक्के खरीदने से पहले इन बातों का ध्यान जरुर रखे।
-सोने की तरह चांदी की भी हॉलमार्किंग होती है। लेकिन सोने में जहां शुद्धता के लिए कैरेट बताया जाता है, वहीं चांदी में शुद्धता के लिए फीसदी को आधार माना जाता है। चांदी के बार पर शुद्धता लिखी होती है। जैसे 99.9 फीसदी या 95 फीसदी।
-असली और नकली सिक्कों की पहचान उसकी खनक से भी की जाती है। मेटल पर असली चांदी का सिक्का गिराने पर भारी आवाज आती है, जबकि नकली सिक्का लोहे की तरह खनकता है। प्राचीन और विक्टोरियन सिक्के गोल व घिसे रहते हैं, ...
जबकि नकली सिक्कों के किनारे कोर खुरदुरी रहती है।
-चांदी थर्मल एनर्जी की सबसे अच्छी सुचालक होती है। चांदी असली है या नकली, इसके लिए आप एक बर्फ का टुकड़ा चांदी पर रखें। किसी दूसरे मेटल के मुकाबले चांदी पर रखी बर्फ ज्यादा तेजी से पिघलेगी, क्योंकि थर्मल एनर्जी तेजी से बर्फ में ट्रांसफर ।
-सिल्वर मैग्नेटिक धातु नहीं होती। इस टेस्ट के लिए आपको सामान्य से ज्यादा पावर वाले मैग्नेट की जरूरत होगी, जो आपको हार्डवेयर की दुकान से मिल जाएगा। नकली सिल्वर मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट होगा। जबकि असली सिल्वर मैग्नेट की ओर अट्रैक्ट नहीं होता है।