Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Oct, 2017 06:27 PM
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने आज कहा कि पेट्रोल, डीजल को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए। इससे इनके दाम को लेकर अधिक ‘‘विश्वसनीयता’’ होगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के विचारों का समर्थन...
हैदराबादः पूर्व केन्द्रीय मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने आज कहा कि पेट्रोल, डीजल को माल एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए। इससे इनके दाम को लेकर अधिक ‘‘विश्वसनीयता’’ होगी। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के विचारों का समर्थन करते हुए रेड्डी ने कहा कि राज्य सरकारों को इन ईंधनों पर मूल्य र्विधत कर (वैट) कम करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मांग का समर्थन करता हूं कि राज्य सरकारों को अपना कर घटाना चाहिए, लेकिन दूसरी तरफ केन्द्र सरकार जब अपने कर में वृद्धि कर रही हो तो तब वह इस बोझ को राज्य सरकारों पर नहीं डाल सकते हैं अथवा उन पर दोष नहीं मढ सकते हैं।’’
प्रधान ने हाल ही में सभी राज्य सरकारों से पेट्रोल, डीजल पर वैट घटाने का आग्रह किया है ताकि इनके दाम में कुछ कमी लाई जा सके, दूसरी तरफ रेड्डी ने कहा कि अंतरर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मौजूदा दाम को देखते हुए पेट्रोल का दाम 40 रुपए के आसपास होना चाहिये। उन्होंने कहा कि वर्ष 2008 में जब तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार सत्ता में आई थी तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम 140 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गया था और जब वह पेट्रोलियम मंत्री बने तब यह 110 डालर प्रति बैरल पर था।