..और बढेगी चीन की मुश्किलें, भारत उठाएगा ये कदम

Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Oct, 2017 06:41 PM

india will ensure quality of goods china will increase trouble

भारत कंज्यूमर और कैपिटल गुड्स के क्वॉलिटी कंट्रोल नियमों के पेच कसने में जुट गया है। इससे चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो बड़े पैमाने पर भारत में निर्यात करता है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब दोनों देशों के बीच सीमा पर दो महीने तक तनाव...

नई दिल्लीः भारत कंज्यूमर और कैपिटल गुड्स के क्वॉलिटी कंट्रोल नियमों के पेच कसने में जुट गया है। इससे चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, जो बड़े पैमाने पर भारत में निर्यात करता है। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब दोनों देशों के बीच सीमा पर दो महीने तक तनाव रहा। नए नियम खिलौने, बिजली के सामान, मशीनरी, फूड प्रोसेसिंग, कंस्ट्रक्शन ऐंड केमिकल्स जैसे सेक्टर्स को टारगेट करेंगे, जिनमें चीन का दबदबा है। इसके अलावा इसकी कई कंपनियां भारत के अरबों डॉलर वाले पावर ट्रांसमिशन और टेलिकॉम बिजनस में प्रवेश करना चाहती हैं। दिवाली सीजन के बीच नए नियमों से भारत के उन खिलौना विक्रेताओं पर असर पड़ेगा जो खिलौना कार से लेकर म्यूजिकल फोन्स और रोबॉट चीन से मंगा रहे हैं।

डिपार्टमेंट ऑफ इंडस्ट्रियल पॉलिसी ऐंड प्रमोशन के चीफ रमेश अभिषेक ने बताया, 'इमने इस काम की शुरुआत युद्ध स्तर पर की है। देश में हम जितने भी सामानों का इस्तेमाल कर रहे हैं सभी के लिए क्वॉलिटी कंट्रोल का ऑर्डर दिया गया है।' नए नियम विदेशी और घरेलू सभी मैन्युफैक्चरर्स पर लागू होंगे। अधिकारियों के मुताबिक ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (BIS) के सभी सेक्टर्स के लिए करीब 23,000 स्टैंडर्ड्स हैं, जिनमें से कई पूरी तरह लागू नहीं किए जा रहे हैं। अब सरकारी विभागों से कहा गया है कि वे लैबरेटरी टेस्ट और स्पॉट इंस्पेक्शन करें ताकि सामानों की गुणवत्ता और रेग्युलेशन सुनिश्चित हो।

हालांकि, इस मामले से जुड़े दो लोगों ने नाम सार्वजनिक ना करने की शर्त पर बताया कि जिन सेक्टर्स को टारगेट किया गया है उनमें चीन का दो-तिहाई कब्जा है, जैसे खिलौने, स्टील के सामान। इन सामानों की गुणवत्ता को लेकर बहुत शिकायतें हैं। भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2016-17 में 71.45 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है जोकि 1999-2000 में 1.83 अरब डॉलर ही था, हालांकि व्यापार में अधिकांश हिंसा चीन के निर्यात का है। पिछले साल व्यापार घाटा 51.1 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जोकि पिछले दशक के मुकाबले नौ गुना अधिक है। भारत चीन को बार-बार कह चुका है कि वह इस असंतुलन को दूर करे और अपने बाजार खोले।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!