Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Oct, 2017 10:12 AM
आज गुरुवार दी॰ 19.10.17 को कार्तिक अमावस्या पर दीपावली पर्व मनाया जाएगा। दीपावली पर शुभ लाभ के रूप में गणपती, धन के रूप में महालक्ष्मी तिजोरी व जेवरात के रूप में कुबेर, वहीं खातों के रूप में सरस्वती,
आज गुरुवार दी॰ 19.10.17 को कार्तिक अमावस्या पर दीपावली पर्व मनाया जाएगा। दीपावली पर शुभ लाभ के रूप में गणपती, धन के रूप में महालक्ष्मी तिजोरी व जेवरात के रूप में कुबेर, वहीं खातों के रूप में सरस्वती, स्याही के रूप में काली के पूजन का विशेष विधान है। ब्रह्मपुराण के अनुसार कार्तिक अमावस्या की अर्धरात्रि महालक्ष्मी स्वयं भूलोक पर आकर प्रत्येक सद्गृहस्थ के घर में विचरण करती हैं। जो घर हर प्रकार से स्वच्छ, शुद्ध व सुंदर तरीके से सुसज्जित व प्रकाशयुक्त होता है, वहां अंश रूप में ठहर जाती हैं। इसी दिन रामचंद्र जी 14 वर्ष का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे तथा उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य का राजतिलक हुआ था। विक्रम संवत का आरंभ भी आज से माना जाता है। इसी दिन व्यापारी अपने बही-खाते बदलते हैं व लाभ-हानि का ब्यौरा तैयार करते हैं। कार्तिक अमावस्या पर श्री हरि क्षीर सागर की तरंग पर सुख से सोते हैं व लक्ष्मी जी दैत्य भय से विमुख होकर कमल के उदर में निवास करती हैं। इस दिन दीपकों की पूजा का विशेष महत्व हैं। दो थालों में छः चौमुखे दीपक व छब्बीस छोटे दीपक रखे जाते हैं। इन सब दीपकों को प्रज्जवलित करके जल, रोली, खील बताशे, चावल, गुड़, अबीर, गुलाल, धूप से पूजन किया जाता है। एक चौमुखा, छः छोटे दीपक गणेश लक्ष्मी जी के पास रखे जाते हैं। इस कार्यक्रम में हम आपको बताने जा रहे हैं दीपावली के पूजन मुहूर्त के साथ-साथ पंच देव पूजन के विशेष मंत्र जिससे आपके घर में स्थाई लक्ष्मी का वास हो।
विशेष पूजन विधि: पंच देवताओं का विधिवत षोडषौपचार पूजन करें। गौघृत व तेल के दीप करें, अष्टगंध की धूप करें, रोली, कुंकुम, चंदन अबीर, गुलाल, जटामासी, सिंदूर, हरिद्रा काजल, केसर चढ़ाएं। गुलाब के फूल चढ़ाएं, पंच मेवे का भोग लगाएं। चावल की खीर महालक्ष्मी को समर्पित करें तथा इन विशेष मंत्रों की एक-एक 1 माला का जाप करें। पूजन के बाद भोग सभी परिवर्जन मिलकर खाएं।
दीपावली पूजन मुहूर्त: शाम 19:11 से रात 20:16 तक। (प्रदोष) इस मुहूर्त में महालक्ष्मी करेंगी धन की बरसात।
बही-खाता पूजन मुहूर्त: शाम 16:19 से रात 20:55 तक।
सिंह लग्न दीपावली पूजन मुहूर्त: 01:41 से रात 03:59 तक।
गणेश पूजन मंत्र: गं गणेश्वराय नमः॥
लक्ष्मी पूजन मंत्र: ॐ श्रीं श्रीं श्रीं स्थिरलक्ष्म्यै नमः॥
कुबेर पूजन मंत्र: ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:॥
काली पूजन मंत्र: क्रीं काल्यै कामसुन्दर्यै नमः॥
सरस्वती पूजन मंत्र: ऐंग स्त्रों वं वरारोहायै नमः॥
आज का शुभाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 11:43 से दिन 12:28 तक।
आज का अमृत काल: रात 01:56 से रात 03:37 तक।
आज का राहु काल: दिन 13:30 से दिन 14:54 तक।
आज का गुलिक काल: प्रातः 09:16 से प्रातः 10:41 तक।
आज का यमगंड काल: प्रातः 06:28 से प्रातः 07:52 तक।
यात्रा मुहूर्त: आज दिशाशूल दक्षिण व राहुकाल वास दक्षिण में है। अतः दक्षिण दिशा की यात्रा टालें।
आज का गुडलक ज्ञान
आज का गुडलक कलर: केसरी।
आज का गुडलक दिशा: ईशान।
आज का गुडलक मंत्र: ॐ श्रीं नमः॥
आज का गुडलक टाइम: प्रातः 08:38 से प्रातः 10:57 तक।
आज का बर्थडे गुडलक: अपार धन प्राप्ति के लिए महालक्ष्मी पर गोमती चक्र चढ़ाएं।
आज का एनिवर्सरी गुडलक: पारिवारिक खुशहाली के लिए महालक्ष्मी पर मोती शंख चढ़ाएं।
गुडलक महागुरु का महा टोटका: दरिद्रता को दूर करने हेतु शाम के समय घर की पुरानी झाड़ू को जला दें और नई झाड़ू रखें।
आज के गुडलक में बस इतना ही। कल गुडलक में आपसे फिर मुलाकात होगी और हम आपको बताएंगे कैसे गोवर्धन पर श्रीकृष्ण करेंगे तन, मन धन की सभी समयाएं दूर।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com