Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 11:09 PM
चीन की राजदूत यू हांग का कहना था कि नेपाल की सरकार का अनुरोध स्वीकार करते हुए हमने सीमा पार रेल नेटवर्क बिछाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए है। इसके लिए फिजीबिलिटी अध्ययन (सर्वे) शुरू किया गया है
इंटरनेशनल डेस्कः चीन ने एक बार फिर नेपाल के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने वाला कदम उठाया है। इससे भारत की चिंताएं फिर बढ़ गई हैं। वह नेपाल की राजधानी काठमांडू तक रेल नेटवर्क बिछाने तैयारी में लगा हुआ है।
इस पर चीन की राजदूत यू हांग का कहना था कि नेपाल की सरकार का अनुरोध स्वीकार करते हुए हमने सीमा पार रेल नेटवर्क बिछाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए है। इसके लिए फिजीबिलिटी अध्ययन (सर्वे) शुरू किया गया है। चीन के मुताबिक तिब्बत के स्वायत्तशासी शीगेत्स से जीरांग तक रेल नेटवर्क 2020 तक बनना है। नेपाल चाहता है कि इसका विस्तार काठमांडू तक कर दिया जाए। ये रेललाइन 174 किलोमीटर लंबी होगी।
उधर, भारत-नेपाल पहले ही 14 रेललाइनों की मंजूरी दे चुके हैं। इसके अलावा भारत ने नेपाल को व्यापार के लिए 27 बॉर्डर प्वाइंट उपलब्ध कराए हैं, जबकि नेपाल को चीन सिर्फ एक या दो बॉर्डर प्वाइंट ही देता है। एेसे में जानकारों का मानना है कि इन परिस्थतियों के बाद नेपाल भारत से चीन को तरजीह देता तो ये भारत के लिए चिंता का विषय है।