Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 03:15 PM
त्रिपुरा स्टेट राइफल के एक कांस्टेबल द्वारा पत्रकार सुदीप दत्ता भौमिक की हत्या के विरोध में आज राज्य के अधिकतर अखबारों ने संपादकीय कॉलम को खाली छोड़ दिया। वहीं भाजपा और कांग्रेस ने प्रदेश में बंद का ऐलान किया है। त्रिपुरा में पत्रकारों की हत्या के...
अगरतला: त्रिपुरा में हुई एक पत्रकार की हत्या के विरोध में आज विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस ने राज्य में बंद का ऐलान किया जिससे यहां सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। भाजपा ने जहां एक ओर सीबीआई जांच की मांग करते हुए सुबह से शाम तक बंद करने को कहा और मुख्यमंत्री माणिक सरकार के इस्तीफे की मांग की, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस ने 24 घंटे के बंद का ऐलान किया और सीबीआई जांच की मांग की।
मंगलवार को बांग्ला समाचारपत्र ‘श्यानदान पत्रिका’ के संवाददाता सुदीप दत्ता भौमिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में त्रिपुरा स्टेट राइफल्स, (टीएसआर) के कमांडेंट और एक कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार किया गया है। बंद के चलते राज्य में दुकानें और बाजार बंद रहे और वाहन सड़क से नदारद दिखे। पुलिस ने बताया कि राज्य में पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं और अबतक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
वहीं समाचारपत्रों ने हत्या की घटना के विरोध में अपने संपादकीय कॉलम को खाली छोड़ दिया। त्रिपुरा पत्रकार संघ के सचिव ने बताया कि विरोध जताने के लिए टीवी चैनल प्रत्येक घंटे भौमिक की तस्वीर प्रसारित करेंगे। भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष बिप्लब देब ने कहा कि हालांकि हम बंद की राजनीति के खिलाफ हैं लेकिन इस बार हम मजबूर हैं क्योंकि दो महीने के भीतर दो पत्रकारों की हत्या हुई है। सत्तारूढ़ माकपा ने इस बंद का विरोध किया और कहा कि पाॢटयां पत्रकारों की हत्या का राजनीतिकरण कर रही हैं जबकि राज्य सरकार ने उचित कार्रवाई की है।