Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 01:40 PM
महाभारत में विदुर जी की बताई गई नीतियों न सिर्फ उस समय में उपयोगी थीं, बल्कि आज भी बहुत महत्व रखती हैं। विदुरजी ने अपनी नीतियों व्यक्ति को बहुत से बातों से अवहत कराया गया है।
महाभारत में विदुर जी द्वारा बताई गई नीतियां न सिर्फ उस समय में उपयोगी थीं, बल्कि आज भी बहुत महत्व रखती हैं। विदुरजी ने अपनी नीतियों से व्यक्ति को बहुत सी बातों से अवगत कराया गया है। इन्हीं नीतियों में से एक में उन्होंने 6 ऐसे लोगों के बारे में बताया है, जो कि हमेशा दुखी ही रहते हैं। ये लोग चाहे कुछ भी कर लें, लेकिन किसी न किसी वजह से दुख इनका पीछा कभी नहीं छोड़ता। आईए बात करते हैं विदुरजी की इस नीति में बताए गए उन 6 लोगों के बारे में।
श्लोक-
ईर्ष्यी घृणी न सन्तुष्ट: क्रोधनो नित्यशड्कित:।
परभाग्योजीवी च षडेते नित्यदु:खिता:।।
दूसरों के भाग्य पर जीवन जीने वाले
जो लोग आलसी, कामचोर होते हैं, स्वयं मेहनत न करते हुए दूसरों के भरोसे और उनके भाग्य के सहारे जीवन जीते हैं, वे कभी खुश नहीं रह पाते क्योंकि एेसे लोगों का दुख कभी साथ नहीं छोड़ता।
हमेशा शक करने वाले
कुछ लोग हर समय दूसरों पर शक करने की आदत होती है। कोई चाहे भला ही क्यों न हो, लेकिन एेसे लोग विश्वास नहीं कर पाते, बेवजह शक करने की आदत इंसान के लिए दुख लाती है।
हमेशा असंतुष्ट रहने वाले
कई लोगों के पास कितनी भी सुख-सुविधा क्यों न हो, लेकिन वह कभी संतुष्ट नहीं हो पाते। एेसे लोग हर समय अपनी जरूरत से ज्यादा की उम्मीद लगाए रखते हैं और इसी कारण हमेशा दुखी रहते हैं।
दूसरों सो नफरत करने वाले
जो लोग दूसरों को खुद से छोटा समझते हैं या उनसे नफरत करते हैं। उन पर भी दुख का साया बना रहता है। दूसरों से घृणा करने वाला व्यक्ति चाहे कुछ भी कर लें, लेकिन खुद को कभी खुश नहीं रख पाता।
दूसरों से जलन करने वाला
जो दूसरों की खुशी को देखकर दुखी होते है या उनसे जलन करने लगते हैं, वे भी कभी खुश नहीं रह पाते। एेसे लोग चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन किसी न किसी कारण से वे दुखी ही रहते हैं।
हमेशा गुस्सा करने वाले
कई लोग बेवजह या ज्यादा गुस्सा करते हैं। गुस्सा न की सिर्फ उनका नुकसान करता है बल्कि उनकेे दुख का कारण बनता है। वे चाहे कितनी भी मेहनत कर लें, धन कमा लें, लेकिन इस आदत की वजह से वह हमेशा दुखी रहते हैं।