Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Feb, 2018 02:34 PM
आज दिनांक 15 फरवरी 2018 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। रात को 8 बजकर 40 मिनट तक चन्द्रमा मकर में रहेंगे तत्पश्चात कुंभ में आ जाएंगे। वर्तमान समय में सूर्य कुंभ में चल रहे हैं तथा रात को 8 बजकर 41 मिनट पर दोनों धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश...
आज दिनांक 15 फरवरी 2018 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। रात को 8 बजकर 40 मिनट तक चन्द्रमा मकर में रहेंगे तत्पश्चात कुंभ में आ जाएंगे। वर्तमान समय में सूर्य कुंभ में चल रहे हैं तथा रात को 8 बजकर 41 मिनट पर दोनों धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे तथा अमावस्या तिथि अगले दिन प्रात: 4 बजकर 34 मिनट तक रहेगी। सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घंटे पूर्व आरंभ हो जाता है। खंडग्रास सूर्य ग्रहण मध्यरात्रि 00.25 से शुरू होकर 28.17 तक रहेगा अर्थात अंग्रेजी समयानुसार दिनांक 16.2.2018 को रात 12.25 से प्रारंभ होकर प्रात: 4.17 पर खत्म होगा। भारतीय समयानुसार सूतक दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर आरंभ होगा और सुबह 4 बजकर 25 मिनट पर खत्म होगा।
वैसे तो यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा अत: इसके सूतक का कोई अर्थ नहीं निकलता सूतक आदि का प्रभाव भारत में रहने वाले लोगों पर विद्यमान नहीं होगा परंतु ग्रहण का प्रभाव देश-दुनिया के भौगोलिक, आर्थिक और सामाजिक स्तर पर जरूर दिखाई देगा। कालपुरूष सिद्धांत के अनुसार ग्रहण काल पुरूष के ग्यारहवें भाव कुंभ में लग रहा है। यह कालपुरूष का आर्थिक भाव है तथा यह भाव शनि की राशि का होकर जल को दर्शाता है। जिसके कारण आने वाले 40 दिनों में प्राकृतिक दुर्घटनाएं तथा आर्थिक रूप से मंदी आ सकती है। कच्चे तेल के भाव में गिरावट आ सकती है। तिल तिलहन के भावों में भी गिरावट देखने को मिलेगी।
साथ ही साथ दुनिया भर के स्टॉक मार्केट के लोगों में अरुचि देखने को मिलेगी। जिसके कारण सब्जियों और खाद्य पदार्थों में गिरावट आएगी। ग्रहण का सर्वाधिक प्रभाव भारत से दक्षिण दिशा की ओर अग्रसर होगा। ग्रहण के सर्वाधिक प्रभावित देश साउथ अमेरिका, दक्षिण और पश्चिम यूरोप तथा अरब के दक्षिण पश्चिम देशों पर पड़ेगा। अकस्मात यूरोपीय देशों में गिरावट देखने को मिलेगी। जिससे वेनजुएला देशों पर अत्यधिक असर पड़ेगा। एक ही पखवाड़े में दो ग्रहण लगना अशुभता का सूचक है।
आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com