Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Feb, 2018 04:02 PM
सुप्रीम कोर्ट की तरफ से विपक्षी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आदेश ठुकराने और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन द्वारा आपातकाल लगाने के बाद द्विपीय देश में पैदा हुए राजनीतिक संकट जारी है...
इंटरनेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट की तरफ से विपक्षी राजनीतिक बंदियों को रिहा करने का आदेश ठुकराने और मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन द्वारा आपातकाल लगाने के बाद द्विपीय देश में पैदा हुए राजनीतिक संकट जारी है। इसे दूर करने के लिए हिंद महासागरीय देश के विपक्षी दलों के गठबंधन ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से सरकार और उनके बीच हो रही बातचीत की मध्यस्थता करने की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख को भेजे गए एक पत्र में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद की मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेतृत्व वाले संयुक्त गठबंधन ने चिंता जताई है कि अब्दुल्ला यामीन सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक हाल ही में उनके द्वारा की गई कार्रवाइयों पर अंतरराष्ट्रीय आलोचना को कम करने का प्रयास है। एमडीपी ने एक बयान में कहा कि सिर्फ ‘अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता’ वाली बातचीत ही स्वीकार्य है।
विपक्ष ने कहा कि सार्थक बातचीत के लिए सरकार को लोकतंत्र, कानून व्यवस्था और संविधान पर हमले बंद करना चाहिए। विपक्ष ने वार्ता को सार्थक बनाने के लिए उच्चतम न्यायालय के फैसलों को पूर्णतया लागू करने और विपक्षी नेताओं और न्यायाधीशों को जेल से मुक्त करने की मांग रखी है। मालदीव में लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए पहले राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के साल 2012 में अपदस्थ होने के बाद से कई राजनीतिक संकट आए हैं। यह देश हाल ही में उस समय राजनीतिक संकट में घिर गया जब उच्चतम न्यायालय ने विपक्ष के नौ नेताओं को रिहा करने का फैसला दिया। न्यायालय ने कहा था कि इन लोगों पर चले मुकदमे ‘राजनीति प्रेरित और त्रुटिपूर्ण’ हैं।