Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 04:02 PM
23 मार्च को राज्यसभा की 58 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। जिसके बाद राज्यसभा में भाजपा की स्थिति और मजबूत होने की संभावना है। वहीं भाजपा ने भी उम्मीद जताई है कि उन्हे इस चुनाव के बाद उपरी सदन में ‘कामकाजी बहुमत’ प्राप्त हो जायेगा...
नेशनल डेस्क: 23 मार्च को राज्यसभा की 58 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। जिसके बाद राज्यसभा में भाजपा की स्थिति और मजबूत होने की संभावना है। वहीं भाजपा ने भी उम्मीद जताई है कि उन्हे इस चुनाव के बाद उपरी सदन में ‘कामकाजी बहुमत’ प्राप्त हो जायेगा। भाजपा को उत्तर प्रदेश में बहुत फायदा मिलने की उम्मीद है। वहां पार्टी को विधानसभा में जबर्दस्त बहुमत प्राप्त है। पार्टी को वहां 10 सीटों पर होने वाले चुनाव में 8 सीटें मिलने की उम्मीद है। अभी वहां से केवल एक सीट उसके पास है।
भाजपा को राजस्थान से तीन सीटें मिलने की उम्मीद
पार्टी नेताओं के अनुसार राजस्थान से उसे तीन सीटें मिलेंगी। वहां से पार्टी के पास अभी एक सीट है। महाराष्ट्र में भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना को छह सीटों पर होने वाले चुनाव में से चार सीटें मिलने की उम्मीद है। बिहार में राजग की संख्या में कमी आ सकती है। राज्य में छह सीटों पर होने वाले चुनाव में वह तीन सीट जीतने के प्रति ही आश्वस्त है। गुजरात में भी पार्टी दो सीट से अधिक पर जीत दर्ज करती नहीं दिख रही है।
245 सदस्यीय सदन में प्राप्त हो सकता है बहुमत
भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर चुनाव के बाद राजग सदस्यों के साथ अन्नाद्रमुक, टीआरएस, बीजद, वाईएसआर जैसे मित्रवत दलों की संख्या को जोड़ दिया जाए तब उसे 245 सदस्यीय सदन में बहुमत प्राप्त हो जायेगा। भाजपा ने अभी राज्यसभा के लिये अपने उम्मीदवारों के बारे में निर्णय नहीं किया है, हालांकि सूत्रों ने बताया कि पार्टी पदाधिकारियों को उच्च सदन में प्रवेश दिया जा सकता है। पार्टी कुछ प्रवक्ताओं के नाम पर भी विचार कर सकती है। इस संबंध में पार्टी महासचिव अनिल जैन, अरूण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, पी. मुरलीधर राव, राम माधव को प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है।