Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Feb, 2018 05:39 PM
देश में दिनोंदिन भिखारियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मोदी सरकार ने भिखारियों को कोशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। सरकार चाहती है कि देश के भिखारी के पास खुद का रोजगार हो। इस्पात...
नेेशनल डेस्क: देश में दिनोंदिन भिखारियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। भिखारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मोदी सरकार ने भिखारियों को कौशल विकास योजना के तहत प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया है। सरकार चाहती है कि देश के भिखारी के पास खुद का रोजगार हो। इस्पात नगरी भिलाई में भिखारियों का हाल देखकर आप परेशान हो जाएंगे।
छत्तीसगढ़ के भिलाई में आपको भिखारियों की दबंगई देखने को मिलेगी। यहां पर किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि कोई भिखारियों से बदतमीजी कर जाए। कुछ एक भिखारियों ने तो भिलाई के इस्पात संयंत्र के फ्लैटों पर भी कब्जा कर रखा है। बता दें कि बीएसपी अस्पताल ने नजदीक हनुमान मंदिर और शहर का साईं मंदिर भिखारियों की कमाई के लिए सबसे अच्छी जगह माने जाते हैं। यहां पर भीख मांगने वाले मालदार हैं। किसी नए भिखारी को यहां भीख मांगना आसान नहीं है।
इनमें से कई भिखारी ऐसे हैं, जिनका अच्छा खासा बैंक बैलेंस है। ये शादी विवाह हो या कोई त्यौहार, आप इनके स्टेटस को देखकर खुद को शर्म आ जाएगी। कई भिखारीतो मंजिला मकान के साथ स्मार्टफोन भी चलाते हैं। एक भिखारी एक दिन में भीख मांगकर करीब 2000 रुपये तक कमा लेता है।
इन भिखारियों की वेशभूषा ऐसी है कि आप इनसे दूरी बनाकर चलेंगे। लेकिन एक भिखारी का कहना कि यह पहनावा तो मजबूरी है। अगर इसे नहीं पहनेंगे तो कोई हमें भीख भी नहीं देगा। इनके पास राशन कार्ड, आधार कार्ड से लेकर सारी सुविधाएं उपलब्ध हैं।