Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Mar, 2018 04:46 AM
भाजपा पर हमलावर वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने आज दावा किया कि नोटबंदी का कोई भी ‘घोषित लक्ष्य’हासिल नहीं हो पाया बल्कि इससे उल्टा ‘आतंकवाद’ बढ़ा है...
नेशनल डेस्क: भाजपा पर हमलावर वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने आज दावा किया कि नोटबंदी का कोई भी ‘घोषित लक्ष्य’हासिल नहीं हो पाया बल्कि इससे उल्टा ‘आतंकवाद’ बढ़ा है। सिन्हा ने मोदी का नाम लिये बिना कहा कि इस सरकार में केवल एक व्यक्ति ही नीतियां बनाता है तथा नोटबंदी से पहले किसी को भी विश्वास में नहीं लिया गया।
प्रसिद्ध अर्थशास्त्री तथा जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के अवकाश प्राप्त प्रोफेसर अरुण कुमार की पुस्तक ‘डिमोनेटाइजेशन एंड द ब्लैकमनी’के लोकार्पण के मौके पर सिन्हा ने मोदी की दिल्ली सल्तनत के शासक मोहम्मद बिन तुगलक से तुलना करते हुये कहा कि 500 साल पहले एक शासक को दिल्ली से राजधानी दौलताबाद और वापस दिल्ली स्थानांतरित करने के लिए जाना जाता है लेकिन उसने भी प्रचलन में जारी मुद्रा को पूरी तरह बदल दिया था।
नोटबंदी के बाद बढ़ा आतंकवाद
लंबे समय से मोदी सरकार के कटु आलोचक रहे पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के समय 8 नवंबर 2016 को सरकार ने इसके जितने उद्देश्य बताये थे, उनमें से एक भी हासिल नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि न तो भ्रष्टाचार, न ही कालाधन समाप्त हुआ है और न ही आतंकवाद में कमी आयी है। सिंन्हा ने कहा कि कुछ हद तक अर्थव्यवस्था का डिजिटलीकरण जरूर बढ़ा है लेकिन इसे नोटबंदी के लक्ष्यों में बाद में शामिल किया गया था। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि यदि मुझसे पूछा जाता तो मैं यही कहता कि यह कदम मत उठाइये। यह विफल हो जायेगा। 17 महीने बाद निष्कर्ष यह है कि एक आर्थिक कदम के रूप में नोटबंदी बिल्कुल विफल हो चुकी है।