Edited By ,Updated: 01 Mar, 2015 11:15 AM
कोर्ट में ऊंची आवाज में बोलना कितना मंहगा हो सकता है और इसकी सजा कितनी अजीब मिल सकती है किसी ने सोचा भी नहीं होगा।
झज्जर: कोर्ट में ऊंची आवाज में बोलना कितना मंहगा हो सकता है और इसकी सजा कितनी अजीब मिल सकती है किसी ने सोचा भी नहीं होगा। कुछ ऐसा ही हुआ हरियाणा के दरोगा के साथ। हरियाणा के झज्जर में एक दरोगा को कोर्ट में वर्दी का रौब झाड़ना महंगा पड़ गया।
दरोगा के इस व्यवहार से जज को गुस्सा आ गया और उन्होंने दरोगा को ओपन कोर्ट में मुर्गा बनने की सजा सुना दी। उसने जज से काफी मिन्नतें की लेकिन जज नहीं पिघले और शर्मसार एएसआई कोर्ट रूम में ही सिर झुकाए खड़ा रहा। पांच घंटे बाद जब जज गए तब जाकर दरोगा को राहत मिली।
दरअसल झज्जर में गत शनिवार को सुबह 9 बजे कोर्ट लगी थी। वकील, कोर्ट स्टाफ और पेशी से जुड़े लोग आपस में बातचीत क रहे थे। तभी जज के रीडर के पास वर्दी में जिला पुलिस का एक एएसआई आया। एएसआई ने रीडर का नाम लेते हुए कड़क अदाज में केस के बारे में पूछा। जज को एएसआई का यह अंदाज जज खटक गया और उन्होंने एएसआई से ऊंची आवाज में बोलने का कारण पूछा।
एएसआई ने कहा कि वे पर्सनल केस के बारे में पूछने आया था।'' इस पर जज ने एएसआई से कहा कि वह पर्सनल केस के बारे में वर्दी में आकर क्यों पूछ रहे हैं और कोर्ट में ऊंची आवाज में बात करते हैं व फिर बहस भी कर रहे हैं। इसके बाद जज ने एएसआई को आदेश सुनाते हुए कहा कि ऐसा करो आप मुर्गा बन जाओ, यही आपकी सजा है।''
बस फिर क्या था, इतना सुवते ही एएसआई के पसीने छूट गए। उसने जज की काफी मिन्नतें की और माफी मांगी लेकिन जज ने अपना फैसला नहीं बदला। जब एएसआई सिर झुकाए खड़ा था तभी उसके जेब में रखा मोबाइल फोन बज उठा। इस पर जज ने तो कुछ नहीं कहा लेकिन जज के चेहरे पर आए भाव देखकर एएसआई तुरंत कोर्ट से बाहर गया और किसी को मोबाइल देकर फिर वहीं आकर खड़ा हो गया। जज द्वारा एएसआई को दी गई इस सजा के बाद एक बात तो साफ हो गई कि कानून सभी के लिए है।