Edited By ,Updated: 13 Oct, 2016 10:15 AM
नवाज शरीफ सरकार अपने ही घर में घिरती नजर आ रही है। आतंकवाद की बात नकारती पाकिस्तान सरकार पर उनकी ही मीडिया ने सवालों की झड़ी लगा दी है।
नई दिल्ली: नवाज शरीफ सरकार अपने ही घर में घिरती नजर आ रही है। आतंकवाद की बात नकारती पाकिस्तान सरकार पर उनकी ही मीडिया ने सवालों की झड़ी लगा दी है। पाकिस्तान के एक अखबार ने अपनी पाक सेना और सरकार से पूछा है कि जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर और जमात-उत-दावा के हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है। क्यों इनके खिलाफ कोई कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक पाक के अखबार 'द नेशन ' के संपादकीय में लिखा गया है कि हाफिज और अजहर के खिलाफ कार्रवाई करने की जगह सेना और सरकार प्रेस को लेक्चर दे रही है, उल्टा अखबार पर पाबंदी लगाई जा रही है।
इतना ही नहीं ये भी लिखा गया है कि वह बहुत ही खराब दिन था जब सेना और सरकार के उच्चस्तरीय लोग प्रेस को उनका काम करने के तरीके पर लेक्चर देने के लिए मिले थे। संपादकीय में लिखा गया है कि सिरिल अलमेडा की रिपोर्ट को बनावटी और काल्पनिक बताया है लेकिन सेना और सरकार के उच्च स्तरीय लोगों ने इस बारे में कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया कि क्यों नेशनल एसेम्बली के सदस्य बैन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसा क्यों है कि हाफिज सईद और मसूद अजहर के खिलाफ होने वाली कोई कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है. या फिर पाकिस्तान क्यों अलग-थलग पड़ता जा रहा है। इतना ही नहीं अखबार ने पूछा कि सरकार और सेना की यह हिम्मत कैसे हो गई कि वो मीडिया को यह बताएं कि वे अपना काम कैसे करें। संपादकीय में लिखा गया है कि अलमेडा के साथ प्रेस है और हम सभी एकजुट हैं।