Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 01:05 PM
कनाडा के बाद यू.के. अमरीका और यूरोपियन देशों में भी सिख संस्थाओं ने भारतीय अधिकारियों के गुरुद्वारों में प्रवेश पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है। पिछले दिनों कनाडा के ओंटारियो प्रांत में 15 गुरुद्वारों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया था। सिख फैडरेशन...
जालंधर(राकेश बहल, सोमनाथ कैंथ): कनाडा के बाद यू.के.,अमरीका और यूरोपियन देशों में भी सिख संस्थाओं ने भारतीय अधिकारियों के गुरुद्वारों में प्रवेश पर पाबंदी लगाने का फैसला किया है।
पिछले दिनों कनाडा के ओंटारियो प्रांत में 15 गुरुद्वारों ने एकजुट होकर यह निर्णय लिया था। सिख फैडरेशन (यू.के.) के चेयरमैन अमरीक सिंह की तरफ से यू.के. सहित दूसरे यूरोपियन गुरुद्वारों को जारी सर्कुलर में कहा गया है कि भारतीय अधिकारियों और उनके एजैंटों का सिख संस्थाओं के मामलों में अनावश्यक हस्तक्षेप बढ़ रहा है।
सिख फैडरेशन (यू.के.) जो कि फैडरेशन ऑफ सिख आर्गेनाइजेशन की सदस्य है, के गुरजीत सिंह ने बताया कि यू.के. में 8 रिजनल गुरुद्वारा काऊंसिल सहित सिख काऊंसिल यू.के. ब्रिटेन के सभी गुरुद्वारों के साथ इस संबंध में बातचीत कर घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करवा रहे हैं। उन्होंने बताया कि ब्रिटेन में 100 के करीब गुरुद्वारे हैं और इनमें से 60-70 के लगभग गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों ने इस घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। पाबंदी को लेकर 15 देशों से गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटियों से संबंध स्थापित किए जा रहे हैं।