Edited By ,Updated: 15 Dec, 2016 02:32 PM
श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी की चरण स्पर्श प्राप्त सब-डिविजन रायकोट को हमेशा ही समय-समय की सरकारों की तरफ से अनदेखा किया गया और सिर्फ़ अपने राजसी हितों की पूर्ति के लिए इसको बड़े-बड़े विकास कामों के ऐलानों तक ही सीमित रखा हुआ है।
रायकोट: श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी की चरण स्पर्श प्राप्त सब-डिविजन रायकोट को हमेशा ही समय-समय की सरकारों की तरफ से अनदेखा किया गया और सिर्फ़ अपने राजसी हितों की पूर्ति के लिए इसको बड़े-बड़े विकास कामों के ऐलानों तक ही सीमित रखा हुआ है।
सब डिविज़न रायकोट की सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि पिछले 20 सालों से इलाके का राजसी नुमाइंदा सत्ताधारी पार्टी का विरोधी उम्मीदवार होता है, जिस कारण यह इलाका विकास से कोसों दूर सिर्फ राजसी दखलअंदाजी तक ही सीमित है।
सीट का इतिहास
वर्ष |
पार्टी |
विजयी |
2012 |
कांग्रेस |
गुरचरन सिंह बोपाराय |
2007 |
कांग्रेस |
हरमोहेन्द्र सिंह प्रधान |
2002 |
शिअद |
रणजीत सिंह तलवंडी |
1997 |
कांग्रेस |
हरमोहेन्द्र सिंह |
1992 |
शिअद |
निरमल सिंह महंत |
1985 |
शिअद |
तालब सिंह संधू |
1980 |
शिअद |
जत्थे. जगदेव सिंह तलवंडी |