Edited By ,Updated: 06 Sep, 2015 01:25 PM
संथारा पर राजस्थान हाईकोर्ट के प्रतिबंध लगाने के आदेश पर हाईकोर्ट की रोक लगने के बाद बीकानेर मेंं जैन समाज की 82 साल की महिला बदनी देवी ने संथारा शुरू किया था
बीकानेर: संथारा पर राजस्थान हाईकोर्ट के प्रतिबंध लगाने के आदेश पर हाईकोर्ट की रोक लगने के बाद बीकानेर मेंं जैन समाज की 82 साल की महिला बदनी देवी ने संथारा शुरू किया था और आज देह त्याग दी। गंगाशहर निवासी बदनी देवी के परिजन ने बताया कि बदनी देवी का संथारा पूरा हो गया है और उन्होंने देह त्याग दी है।
बदनी देवी के पार्थिव शरीर के पास बैठे परिजन ने णमोकार मंत्र के उच्चारण के बीच कहा कि हम दुखी नहीं है बल्कि हमारे लिए यह खुशी का दिन है। जैन समाज मेंं संथारा लेना एक महोत्सव के समान है। राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा संथारा को आत्महत्या के दायरे में घोषित करने के कारण बदनी देवी के परिजन ने इसकी सार्वजनिक घोषणा नहीं कर तपस्या पर रहने की जानकारी दी।
हाईकोर्ट के आदेश के बाद उन्होंने सार्वजनिक रूप से उनके संथारा पर होने की घोषणा की। परिजन के अनुसार बदनी देवी ने 17 जुलाई को संथारा का संकल्प लिया था तथा 25 जुलाई को जैन रीति-रिवाज के अनुसार विधिवत संथारा लिया। संकल्प लेने के बाद से उन्होंने कुछ नहीं खाया।