Edited By ,Updated: 04 Sep, 2015 01:43 PM
यह तो सभी जानते हैं कि कंस ने भगवान श्रीकृष्ण की माता देवकी के छह पुत्रों की हत्या की। उसने श्रीमती देवकी व श्री वसुदेव जी को कारागार में डाल दिया था।
यह तो सभी जानते हैं कि कंस ने भगवान श्रीकृष्ण की माता देवकी के छह पुत्रों की हत्या की। उसने श्रीमती देवकी व श्री वसुदेव जी को कारागार में डाल दिया था। अपने पिता उग्रसेन जी को भी बंधी बना लिया था और स्वयं शासक बन गया था। कंस जानता था की पूर्व जन्म में वो कालनेमि नाम का असुर था जिसे भगवान विष्णु ने मार डाला था। अतः वह बहुत सावधान था कि कहीं इस बार भी वो न मारा जाए।
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श्रीहरिवंश पुराण के अनुसार कालनेमि के छ्ह पुत्रों ने ब्रह्मा जी को प्रसन्न करने के लिए उपासना की थी। उस समय हिरण्यक्षिपु का राज्य था। उनकी तपस्या की बात सुनकर हिरण्यक्षिपु बहुत नाराज हुआ था। उसने उनको श्राप दे दिया की जिस पिता ने तुम को पाल-पोस के बड़ा किया है, वही गर्भ में स्थित होने पर तुम सबका वध कर देगा। जब तुम लोग देवकी के गर्भ में स्थित होओगे तो यही कालनेमि कंस के रूप में तुम्हारा वध करेगा। इस प्रकार कंस ने जाने-अनजाने अपने ही पुत्रों का वध कर दिया था।
श्री भक्ति विचार विष्णु जी महाराज
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