Edited By ,Updated: 14 Sep, 2016 12:10 PM
एक बार ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि 7 साल तक उनके गांव में पानी नहीं बरसेगा। यह सुनकर सभी निराश हो गए और घर छोड़कर जाने लगे। एक
एक बार ज्योतिषियों ने भविष्यवाणी की कि 7 साल तक उनके गांव में पानी नहीं बरसेगा। यह सुनकर सभी निराश हो गए और घर छोड़कर जाने लगे। एक किसान को अपने गांव से बहुत प्रेम था। अधिकतर लोग चले गए किन्तु वह वहीं डटा रहा। उसने सोचा कि 7 साल तक वर्षा तो होने वाली नहीं है तो फिर हल वगैरह का क्या काम? उसने उन्हें उठाकर एक ओर रख दिया। 7 दिन वह इसी सोच-विचार में बैठा रहा कि बिना पानी के वह गुजारा कैसे करेगा। उसने हल वगैरह तो एक ओर रख दिए किन्तु यदि 7 साल में वह उन्हें चलाना ही भूल गया तो... काफी सोच-विचार के बाद उसने निर्णय लिया और अपना हल उठाकर खेत जोतने लगा।
अब उसे मन में यह खुशी हो रही थी कि वह तो अपना काम करता ही रहेगा। इससे खेती का अभ्यास भी बना रहेगा। कई दिनों तक वह लगातार खेत जोतता रहा। इसी तरह से एक दिन जब वह खेत जोत रहा था तो एक बदली वहां से निकली। अभी तक ऐसी अनेक बदलियां वहां से बिना बरसे ही निकल चुकी थीं लेकिन यह बदली किसान को देखकर रुकी और बोली, ‘‘किसान भाई, तूने सुना नहीं कि यहां पर 7 साल तक पानी नहीं बरसेगा, फिर तू क्यों व्यर्थ ही खेत जोत रहा है?’’
बदली की बात पर किसान बोला, ‘‘मत बरसो, मैं तो खेत इसलिए जोतता हूं कि कहीं 7 साल बाद मैं खेत जोतना ही न भूल जाऊं।’’
किसान की बात सुनकर बदली हैरान हो गई और वह सोचने लगी कहीं 7 सालों में मैं भी बरसना ही न भूल जाऊं। वह बरसने लगी। उसे बरसते देख अन्य बदलियां भी वहां इकट्ठी हो गईं और बदली की बरसना भूलने वाली बात सुनकर सभी उसका साथ देते हुए झमाझम बरस उठीं। इस प्रकार काम की आदत व मेहनत ने भविष्यवाणी को झुठला दिया।