नोट बैन के कारण मुश्किल में फंसे भारतीय खिलाड़ी!

Edited By ,Updated: 14 Nov, 2016 05:59 PM

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोटों को बैन करने के बाद आम जनता हीं नहीं बल्कि खिलाड़ी भी इससे खासा परेशान नजर आ रहे हैं।

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 500 और 1000 के नोटों को बैन करने के बाद आम जनता हीं नहीं बल्कि खिलाड़ी भी इससे खासा परेशान नजर आ रहे हैं।

क्रिकेटरों के पास नहीं है पैसे
दरअसल, जबसे मोदी सरकार ने भारत में भ्रष्टाचार से लडऩे के लिए 500 और 1,000 के नोट पर बैन लगाया है तब से खेल संघों को जहां उनके दैनिक भत्ते देने में खुले पैसों को लेकर परेशानी हो रही है वहीं सैकड़ों खिलाडिय़ों को उनकी सुविधाएं सही से नहीं मिल पा रही हैं। हजारों में खेलने वाले इन क्रिकेटरों की जेबें पैसे रहने के बावजूद खाली नजर आ रही है। गोवा की रणजी टीम जो ब्रेबोर्न स्टेडियम में केरल से मुकाबला कर रही है उसे अपनी दिनचर्या के लिए भी जूझना पड़ रहा है। होटलों में भी सही व्यवस्था नहीं है और उन्हें नाश्ता, खाना आदि के लिए भी तकलीफें उठानी पड़ रही है। खिलाडिय़ों की जेबें खाली है इसलिए उनके पास बाहर जाने का भी कोई विकल्प नहीं है। इन खिलाडिय़ों के साथ परेशानी है कि इन्हें मैच भी खेलना है और घर से बाहर रहकर अपना खर्च भी चलाना है। कई खिलाड़ी तो खाने के लिए ऑनलाइन भुगतान कर रहे हैं, पर दूसरी जरूरी चीजों के लिए पैसों की जरूरत पड़ रही है। टीम मैनेजमेंट ने खिलाडिय़ों से कह दिया है कि वे अपने बिल जमा कर लें। उन्हें बाद में भुगतान कर दिया जाएगा। 

तीरंदाजी खिलाडिय़ों को भी करना पड़ रहा है दिक्कतों का सामना 
दूसरी ओर इम्फाल में 12 नवंबर से खेले जा रहे जूनियर नैशनल तीरंदाजी प्रतियोगिता में शामिल खिलाडिय़ों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। नोटबंदी घोषणा के दिन टीमें रास्ते में थीं और इसी दिन से उनकी मुश्किलें भी शुरू हो गईं। खिलाडिय़ों का कहना है कि इससे खेल पर हमारा ध्यान बाधित हो रहा है। हमें रोजाना बहुत सारी अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ रहा है।

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