Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Oct, 2017 05:49 PM
कप्तान अमरजीत सिंह ने कोलंबिया के खिलाफ मिली भारत की हार को ‘दुर्भाग्यशाली’ करार किया लेकिन उन्हें अपने चचेरे भाई जैकसन पर बहुत गर्व है जिन्होंने किसी भी फीफा विश्व कप में देश के लिये पहला गोल दागा। जैकसन थानोउ
नई दिल्ली: कप्तान अमरजीत सिंह ने कोलंबिया के खिलाफ मिली भारत की हार को ‘दुर्भाग्यशाली’ करार किया लेकिन उन्हें अपने चचेरे भाई जैकसन पर बहुत गर्व है जिन्होंने किसी भी फीफा विश्व कप में देश के लिये पहला गोल दागा। जैकसन थानोउजाम के गोल के बाद भारतीय टीम बराबरी पर आ गयी थी लेकिन अगले ही मिनट में विपक्षी टीम ने गोल कर बढ़त बना ली जो निर्णायक साबित हुई। अमरजीत ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण ही रहा।’’
अगर भारतीय टीम इसी पर बराबर रहती तो यह अमरजीत के लिये टीम के कप्तान के तौर पर नहीं भुलाने वाला क्षण होता। जैकसन ने महज छह महीने पहले टीम में जगह बनायी थी, इस पर अमरजीत ने कहा, ‘‘मुझे बहुत गर्व हो रहा है कि उसने देश के लिये विश्व कप में पहला गोल दागा।’’ मिडफील्डर राहुल कैनोली भी दुर्भाग्यशाली रहे और गोल से चूक गए। अमरजीत ने कहा, ‘‘किस्मत खराब रही क्योंकि पहले हाफ में भी गेंद पोस्ट पर लगी थी।’’
पहले मैच में भारत को अमेरिका से 0-3 से हार मिली थी जबकि दूसरे में उसे कोलंबिया ने 2-1 से शिकस्त दी। अमरजीत से जब दोनों मैचों के बारे में तुलना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के खिलाफ मैच अंडर-17 विश्व कप में सभी के लिए पहला मैच था, इतने सारे लोगों के सामने खेलना बहुत ही अलग अनुभव था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगले मैच के लिये हम जानते थे कि मैदान पर माहौल कैसा होगा। ’’