Edited By ,Updated: 05 Jul, 2016 02:55 PM
वेलेंशिया में 6 राष्ट्रों के आमंत्रण टूर्नामैंट और लंदन में चैंपियंस ट्राफी में रजत पदक की सफलता के साथ भारतीय पुरूष हॉकी टीम मंगलवार को स्वदेश लौट आई..
नई दिल्ली: वेलेंशिया में 6 राष्ट्रों के आमंत्रण टूर्नामैंट और लंदन में चैंपियंस ट्राफी में रजत पदक की सफलता के साथ भारतीय पुरूष हॉकी टीम मंगलवार को स्वदेश लौट आई।
ब्राजील के रियो डी जेनेरो में अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रही हॉकी टीम अपने हालिया प्रदर्शन की बदौलत एफआईएच विश्व रैंकिंग में दुनिया की पांचवें नंबर की टीम बन गई है। विदेश दौरे पर गई हॉकी टीम का प्रदर्शन अब तक लाजवाब रहा है। वेलेंशिया में संपन्न हुए टूर्नामैंट में भारतीय टीम ने आखिरी मैच में स्पेन के खिलाफ 1-1 से ड्रा खेला था और टूर्नामैंट में 5वें स्थान पर रही। टीम ने छह राष्ट्रों के इस टूर्नामेंट में 16 सदस्यीय टीम उतारी थी और ओलंपिक प्रारूप में ही खेला ताकि इन खेलों के लिये अपनी तैयारी को पुख्ता कर सके। वहीं इससे पहले लंदन में हुये चैंपियंस ट्राफी टूर्नामेंट में पुरूष टीम ने अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और रजत जीता।
भारत ने आखिरी बार 1982 में चैंपियंस ट्राफी में कांस्य पदक जीता था। टूर्नामेंट में कई युवा चेहरेां के साथ उतरी भारतीय टीम ने 10 गोल दागे और उसका डिफेंस सबसे मजबूत रहा जिसकी बदौलत वह फाइनल तक पहुंची भारत के खिलाफ टूर्नामेंट में 11 गोल हुए और वह चैंपियन बनी आस्ट्रेलिया से एक स्थान पीछे रही। चैंपियंस ट्राफी में हरमनप्रीत सिंह को सर्वश्रेष्ठ उभरते हुए खिलाड़ी का पुरस्कार दिया गया। फिटनेस, टीम एकजुटता और प्रतिभा के हिसाब से भी मौजूदा टीम को सबसे बेहतरीन टीम माना जा रहा है और साथ ही उनके मौजूदा प्रदर्शन ने ओलंपिक में इस टीम से पदक उम्मीदों को भी बढ़ा दिया है।