Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Aug, 2017 01:26 PM
भारतीय एथलीटों ने लंदन में हुई विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बेहद खराब प्रदर्शन किया और इस प्रतियोगिता में उतरे उसके 25 एथलीटों में से मात्र एक एथलीट ही फाइनल ....
नई दिल्ली: भारतीय एथलीटों ने लंदन में हुई विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बेहद खराब प्रदर्शन किया और इस प्रतियोगिता में उतरे उसके 25 एथलीटों में से मात्र एक एथलीट ही फाइनल में पहुंच सका। इस खराब प्रदर्शन के साथ भारत का विश्व एथलेटिक्स के इतिहास में मात्र एक कांस्य पदक का रिकॉर्ड बरकरार रहा जो लांग जम्पर अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 में जीता था।
भारतीय एथलीटों में केवल देविंदर सिंह कंग पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा के फाइनल में पहुंचे जबकि निर्मला श्योरण महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा के सेमीफाइनल में पहुंची। अन्य एथलीट अपनी शुरुआती बाधा भी पार नहीं कर सके।
देविंदर भाला फेंक में क्वालीफाई करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने लेकिन फिर 12 वें स्थान पर रह गए। इस स्पर्धा में सबसे बड़ी उम्मीद विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा क्वालिफिकेशन राउंड में ही बाहर हो गये। देविंदर ने पहले प्रयास में 82.22 मीटर, दूसरे में 82.14 और तीसरे में 84.22 मीटर दूरी तक भाला फेंका और फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे। लेकिन फाइनल में वह 80.02 मीटर ही थ्रो कर सके और क्वालिफाइंग राउंड का अपना प्रदर्शन नहीं दोहरा सके।