Edited By ,Updated: 08 May, 2017 06:45 PM
सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति की बैठक के बाद समिति अध्यक्ष एम.एस.के. प्रसाद ने 15 स...
नई दिल्ली: सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की चयन समिति की बैठक के बाद समिति अध्यक्ष एम.एस.के. प्रसाद ने 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया। टीम में 8 खिलाड़ी वो रखे गए हैं जिन्होंने आखिरी चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट खेला था जबकि 7 नए खिलाड़ी शामिल किए गए। क्रिकेट के सभी फैंस को उम्मीदें थीं कि गौतम गंभीर को शामिल किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। चयनकर्ताओं ने गंभीर को नजरअंदाज कर अजिंक्य रहाणे, युवराज सिंह, केदार जाधव, मनीष पांडे, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या को टीम में जगह दी। हालांकि गंभीर मौजूदा टी20 लीग में बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्होंने डोमेस्टिक सर्किट पर भी अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन टीम में वापसी नहीं कर पाए। हम आपको वो 5 बड़े कारण बताने जा रहे हैं जिन्हें देख गंभीर को टीम इंडिया में का हिस्सा बनाना चाहिए था-
1. दबाव में खेलने की हिम्मत
गौतम गंभीर दवाब की स्थिति में पारी को संभालने में हिम्मत रखते हैं, जोकि प्रमुख कारण है, कि चयनकर्ता उन्हें महत्वपूर्ण टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल कर सकते हैं। गंभीर ने पिछले एक दशक में कई मौको पर भारतीय टीम के लिए दवाब की स्थिति में बेहद ही शानदार पारी खेली है, और टीम को मजधार से निकाला हैं।
2. धवन का फ्लॉप शो
चयनकर्ताओं ने शिखर धवन को चैंपियंस ट्रॉफी में शामिल कर सबको हैरानी में डाला है, क्योंकि भी खऱाब फॉर्म के कारण पिछले लगभग एक वर्ष से टीम से अंदर-बाहर रहे हैं, ऐसे में चयनकर्ताओ के सामने गौतम गंभीर बतौर सलामी बल्लेबाज सबसे अच्छे विकल्प हो सकते थे।
3. गंभीर का लय में आना
दिलीप ट्रॉफी में इंडिया ब्लू की ओर खेलते हुए गंभीर ने जबरदस्त बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया था और 72 के ऊपर की औसत से 256 रन बना डाले थे। इस दौरान उन्होंने 77, 90, 59, 94 और 36 रनों की पारियां खेली थीं। और अपनी टीम इंडिया ब्लू को टूर्नामेंट में विजयी बनाया था। इस सीरीज में पहली बार दो नए प्रयोग डे- नाइट टेस्ट और गुलाबी गेंद किए गए थे। इस सीरीज में गंभीर के अलावा, इक्का-दुक्का बल्लेबाज ही थे जो पिंक गेंद के सामने सहज नजर आए थे। ऐसे में उनके बल्लेबाजी के प्रदर्शन को देखकर उन्हें टीम में चुना जाना चाहिए था।
4. सीनियर खिलाड़ी के रुप में निभा सकते थे भूमिका
गंभीर पिछले 12 सालों से क्रिकेट खेल रहे हैं और वह टीम में सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं। वर्तमान में टीम इंडिया में जितने भी खिलाड़ी हैं वे पिछले कुछ सालों में ही टीम से जुड़े हैं। वह टीम इंडिया के लिए कई मौकों पर मैच जिताऊ पारी खेल चुके हैं। साथ ही वह घरेलू और बाहरी पिचों दोनों में सफल रहे हैं। ऐसे में गंभीर को टीम में शामिल कर नए खिलाडिय़ों को उनसे कुछ सीखने का अवसर दिया जाना चाहिए था।
5. अहम मौकों पर खेलने का अनुभव
गंभीर ने कई अहम मौकों पर भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में गंभीर का अनुभव टीम इंडिया के लिए काम आ सकता है। इसलिए टीम प्रबन्धन को गंभीर के अनुभव का सही इस्तेमाल करना चाहिए। पिछले 4-5 सालों में मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम सबसे युवा टीम है।