Edited By ,Updated: 16 Dec, 2016 08:53 AM
स्पेन के खिलाफ एक गोल से पिछडऩे के बाद मिली जीत का श्रेय अच्छी किस्मत को देने से इनकार करते हुए भारतीय जूनियर हाकी टीम .....
लखनउ: स्पेन के खिलाफ एक गोल से पिछडऩे के बाद मिली जीत का श्रेय अच्छी किस्मत को देने से इनकार करते हुए भारतीय जूनियर हाकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह ने आज कहा कि यह खिलाडिय़ों की कोशिश का नतीजा है कि उनकी टीम जूनियर विश्व कप के सैमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही।
खेल के 55वें मिनट तक स्पेन 1 . 0 से आगे था लेकिन आखिरी 15 मिनट में दो गोल करके भारत ने अंतिम 4 में प्रवेश किया जहां उसका सामना आस्ट्रेलिया से होगा । हरेंद्र ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मैं नहीं मानता कि यह जीत अच्छी किस्मत से मिली। ऐसा होता तो हम 11 साल पहले रोटरडम में इसी टीम से जूनियर विश्व कप का कांस्य पदक का मैच नहीं हारते। मैं इस जीत का श्रेय खिलाडिय़ों को दूंगा जो एक गोल से पिछडऩे के बावजूद गोल करने के लिए हड़बड़ाए नहीं और शांत रहकर मौके का इंतजार किया। वहीं टीम के मैनेजर और सीनियर टीम के कोच रोलेंट ओल्टमेंस ने स्वीकार किया कि टीम के प्रदर्शन खासकर पेनल्टी कार्नर तब्दीली में सुधार की गुंजाइश है लेकिन कहा कि स्पेनिश टीम को कमतर नहीं आंकना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर मैच में प्रदर्शन में सुधार की गुंजाइश होती है लेकिन आपको यह भी देखना चाहिए कि विरोधी टीम ने डिफेंस में जबर्दस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने हमें ज्यादा मौके नहीं दिए। पेनल्टी कार्नर बेहतर होना चाहिए और हम इस पर होमवर्क करके कल आस्ट्रेलिया के खिलाफ उतरेंगे।